रोहित मर्डर केस: क्राइम ब्रांच का बड़ा दावा-अपूर्वा और ड्राइवर हत्या के प्रमुख संदिग्ध
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच दिवंगत कांग्रेसी नेता एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर की मौत के मामले की जांच कर रही है। पुलिस इस मामले को सुलझाने के काफी नजदीक मानी जा रही है। क्राइम ब्रांच की टीम ने इस मामले में शेखर की पत्नी अपूर्वा तिवारी और घऱेलू नौकर जो ड्राइवर भी है को मुख्य संदिग्ध माना है। इसी बीच रोहित की मां ने भी इस केस के संबंध में कई खुलासे किए हैं। उनके आरोपों का बाद भी रोहित की हत्या के शक की सुई अब अपूर्वा की ओर मुड़ गई है। रविवार को भी पूरे दिनभर रोहित के दिल्ली स्थित डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर क्राइम ब्रांच की गहमागहमी रही।
अपूर्व और अखिलेश ही पहली मंजिल पर मौजूद थे
क्राइम ब्रांच की टीम रविवार सुबह 7.30 बजे डिफेंस कॉलोनी में शेखर के घर पर पहुंची और तीन घंटे तक अपूर्वा और ड्राइवर अखिलेश से अलग-अलग पूछताछ की गई। जब उनके बयान दर्ज किए गए, तो दोनों कुछ सवालों के संतोषजनक जवाब देने में विफल रहे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, वे हमारे मुख्य संदिग्ध हैं क्योंकि वे पूरी साजिश रचने में शामिल हो सकते हैं। पुलिस के मुताबिक, जब 16 अप्रैल को यह घटना घटी, तो केवल अपूर्व और अखिलेश ही पहली मंजिल पर मौजूद थे। अधिकारियों ने कहा कि सबूतों से पता चलता है कि शेखर की हत्या संपत्ति के लिए की गई थी।
अपूर्वा की भी शादी से पहले किसी से दोस्ती थी
जांच के दौरान यह पाया गया कि शेखर और उसकी पत्नी अपूर्व के बीच संबंध 2017 में उनकी शादी के बाद से तनावपूर्ण थे। अपूर्वा और रोहित की पहली मुलाकात वर्ष 2017 में हुई थी। दोनों एक मैट्रीमोनियल साइट के जरिये पहली बार लखनऊ में मिले थे। धीरे-धीरे दोनों में नजदीकी बढ़ी और इन्होंने शादी कर ली। पुलिस अधिकारी ने कहा कि, स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि शेखर और अपूर्व एक ही घर में अलग-अलग रह रहे थे। वे अक्सर एक दूसरे से लड़ते थे। उज्जवला के मुताबिक, अपूर्वा की भी शादी से पहले किसी से दोस्ती थी।
एशिया के सबसे बड़े सोलर प्लांट से पकड़े गए दो चीनी इंजीनियर, 72 घंटे में इंडिया छोड़ने का आदेश
मेरे दोनों बेटों रोहित और सिद्धार्थ की प्रॉपर्टी पर अपूर्वा की नजर थी
रोहित शेखर की मां उज्जवला का कहना है कि मेरे दोनों बेटों रोहित और सिद्धार्थ की प्रॉपर्टी पर अपूर्वा की नजर थी। उज्जवला ने यह भी खुलासा किया कि अपूर्वा अपने परिजनों को मकान देने के लिए रोहित पर दबाव बना रही थी। अपूर्वा का परिवार मनी माइंडिड था , उनकी हमारी संपत्ति पर नजर थी। वे हमारा डिफेंस कॉलोनी वाला घर हड़पने की कोशिश में हैं। यह घर सुप्रीम कोर्ट के पास है इसलिए उसकी इस घर पर नजर थी। रोहित की मां ने कहा कि, मैं श्रद्धांजलि सभा में जा रही हूं। जल्द बहुत सी बात का खुलासा करूंगी। अपूर्वा और उनके परिवार के कॉल रिकॉर्ड विवरण से मेरे बेटे की हत्या की गुत्थी सुलझ सकती है।
संपत्ति देने की बात पर नाराज थी अपूर्वा
उज्जवला तिवारी ने कहा कि, राजीव, जो कि हमारे रिश्तेदार हैं और मेरे पति एनडी तिवारी के ओएसडी रहे हैं, उन्होंने पिछले 40 वर्षों से हमारी सेवा की है। अपूर्वा राजीव की पत्नी से नफरत करती थी क्योंकि सिद्धार्थ अपनी संपत्ति का एक हिस्सा राजीव के बेटे को देना चाहता था। वह महिला मेरी रिश्तेदार है और उसके पूरे परिवार ने हमारी हर कदम पर मदद की है। उसने मेरी बीमारी के वक्त काफी देखभाल की थी। यह देखते हुए सिद्धार्थ उन्हें प्रॉपर्टी में से कुछ देना चाहता था।
अपने राज्य की विस्तृत चुनावी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें