इलेक्ट्रिक टॉर्च से करंट का झटका देकर लूटता था ठक-ठक गैंग, भगवान को भी देते थे हिस्सा
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली की पुलिस की नहीं बल्कि बदमाश भी स्मार्ट हो गए हैं। वो घटना को अंजाम देने के लिए अलग-अलग तरीके निकालने लगे हैं। पुलिस ने ऐसे ही एक गैंग को दबोचा है जो करंट लगाकर लूटा करते थे। वो साथ में करंट वाली टॉर्च रखते थे। अचानक टॉर्च से करंट का झटका लगने से पीड़ित सहम जाता और लुटेरे उसके हाथों से बैग या कीमती सामान छीनकर फरार हो जाते। आरोपियों की पहचान प्रिंस विनोद (35), प्रदीप मंतोष (22) और कनक रतनाम (39) के रूप में हुई है। इनके गैंग का नाम ठक-ठक गैंग था। पुलिस ने इनके पास से 15 लाख 30 हजार रुपए, 8 लाख की जूलरी, एक यामहा एफजेड एस मॉडल की बाइक, एक टोएटा इनोवा व पिस्टल बरामद की है। पुलिस को अब इस गैंग के अन्य सदस्य की तलाश है, जिसके पास से करंट मारने वाली टॉर्च बरामद करना बाकी है।
ऐसे सामने आया मामला
डीसीपी सेंट्रल मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि मेडिकल ब्यूरो एजेंसी के अकाउटेंट राम मोहन 12 जुलाई को ऑटो से चांदनी चौक जा रहे थे। उनके पास बैग में 21 लाख रुपए थे। जब वे गुरु नानक चौक पहुंचे तभी एक बदमाश ने उन्हें पिस्टल दिखाई और इलेक्ट्रिक टॉर्च उनके शरीर पर लगा दी। करंट लगने के कारण वह एकदम से घबरा गए और बदमाश उनसे रुपयों से भरा बैग छीनकर फरार हो गया। मामले की शिकायत मिलने पर इस बाबत कमला मार्केट थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। एसीपी ऑपरेशन नरेश कुमार व स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर ललित कुमार की टीम ने मौका ए वारदात का मुआयाना किया।
ऐसे हुई गिरफ्तारी
मामले की शिकायत मिलने पर इस बाबत कमला मार्केट थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। एसीपी ऑपरेशन नरेश कुमार व स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर ललित कुमार, एसआई संदीप गोदारा और कांस्टेबल प्रवीण सहित पुलिसकर्मियों की टीम ने मौका-ए-वारदात का मुआयाना किया। घटनास्थल वाले रूट पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की। पुलिस को एक काले रंग की यामहा एफजेड एस बाइक और एक स्कूटी नजर आई। पुलिस ने इस मॉडल की बाइक का डाटा हासिल कर लिया। दिल्ली में काले रंग की इस मॉडल की बाइकें दो सौ ही बिकी थी। सभी बाइकों के मालिक का पुलिस ने पता लिया। मोबाइल टेक्निकल सर्विलांस की भी मदद ली गई। यह बाइक गैंग के एक अन्य सदस्य अजय की थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला इस वारदात में शामिल बदमाशों का लिंक इंद्रपुरी से है। मुखबिर ने बताया कि रुद्र नगर इंद्रपुरी निवासी प्रिंस विनोद (35) इसमें शामिल है। पुलिस ने 27 जुलाई को इंद्रपुरी से प्रिंस विनोद को पकड़ लिया। उससे पूछताछ के आधार पर गैंग में शामिल दो अन्य बदमाशों दक्षिणपुरी निवासी प्रदीप मंतोष (22) और मदनगीर निवासी कनक रतनाम (35) को भी राजेन्द्र नगर से धर दबोचा।
भगवान को भी चढ़ाते था लूट का कुछ हिस्सा
हर बड़ी वारदात करने के बाद ये बदमाश मोबाइल बंद कर राजस्थान के बालाजी मंदिर चले जाते थे, वहां खुद की कामयाबी से खुश होकर लूट की रकम का कुछ हिस्सा भगवान को भी चढ़ा देते थे। पुलिस को अब इस गैंग में शामिल अजय की तलाश है, जिसके पास ही इलेक्ट्रिक टॉर्च बताई गई है। आरोपियों ने बताया वे ठक-ठक गैंग के नाम पर हजारों वारदात कर चुके हैं।
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