8 लाख गंवाने के बाद खोल लिया फर्जी जॉब सेंटर, धरा गया
दिल्ली पुलिस ने चार लोगों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक ये सभी नौकरी का लालच देकर लोगों को ठगने का काम करते थे। दिल्ली पुलिस(शाहदरा) डीसीपी के मुताबिक ये लोग पिछले तीन सालों से नौकरी का लालच देकर ठगने का काम कर रहे थे। इन लोगों के पास फेक सीबीआई कार्ड भी बरामद हुए हैं। ये लोग ऐसा काम क्यों करने लगे, इनकी कहानी बड़ी दिलचस्प है।
ये लोग खुद को पुलिस अफसर बताते थे। नौकरी का झांसा देकर ये 4 से 5 लाख वसूल करते थे। ये सीबीआई, एफसीआई में नौकरी दिलाने का वादा करते थे। वादा करके ये फर्जी तरीके से पूरी कार्रवाई करते थे। साथ ही फर्जी तरीके से जॉब ट्रेनिंग भी करवाते थे, पैसे मिलने के बाद ये लोग फरार हो जाते थे। पुलिस को इस गिरोह की काफी समय से तलाश थी।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक पिछले तीन सालों में ये 50 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। गिरफ्तार करने के बाद जब गिरोह के अंकित नाम के सदस्य को पुलिस थाने में लाया गया तो ये खुद को सीबीआई अफसर बता रहा था लेकिन काफी देर तक चली पूछताछ के बाद इसने खुद का गुनाह कबूल कर लिया।
इस गिरोह का मुखिया रविंद्र सिंह, 30, है, जो साल 2014 में एक जॉब रैकेट में फंस गया था। जिस कारण इसे आठ लाख रुपये गवां दिए। आठ लाख गंवाने के बाद रविंद्र पुलिस के पास जाने की बजाय खुद का एक गिरोह बना लिया और लोगों को लुटना शुरू कर दिया। लोगों को नौकरी का वादा करके पैसे लेने लग गया।
रविंद्र नाम के शख्स ने पुलिस को बताया कि तीन साल पहले अभिशेख पांडे नाम के एक शख्स ने सी ग्रेड की नौकरी दिलाने का वादा किया, लेकिन पैसे लेकर भाग गया। उसके बाद उसने ये काम खुश शुरू कर दिया।