Delhi Violence: दिल्ली पुलिस की अपील- हिंसा की घटनाओं से जुड़े वीडियो-फोटो करें साझा, गवाहों की पहचान रखी जाएगी गुप्त
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ और समर्थन में उतरे दो गुटों के बीच बवाल ने हिंसा का रूप ले लिया, जिसके बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाके इस आग में जल उठे। इस हिंसा में अबतक 38 लोगों की जान जा चुकी है जबकि 250 से अधिक लोग घायल हैं। दिल्ली पुलिस ने हिंसा की इन घटनाओं में अबतक 48 एफआईआर दर्ज की है। वहीं, पुलिस ने लोगों से अपील की है कि हिंसा से जुड़े वीडियो फुटेज साझा करें और अपना बयान दर्ज कराएं।
दिल्ली पुलिस की तरफ से अपील की गई है कि हिंसा की घटनाओं के जो भी प्रत्यक्षदर्शी हैं, खासकर मीडियाकर्मी या किसी के पास भी कोई जानकारी हो जो उन्होंने अपने मोबाइल फोन/कैमरे में कैप्चर की हो, तो वे कृपया आगे आएं और अपना बयान दर्ज कराएं। वे उत्तर पूर्वी जिले के डीसीपी ऑफिस, सीलमपुर में आकर फोटो और वीडियो आदि जानकारी साझा करें।
दिल्ली पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों के लिए 8750871221 और 8750871227 नंबर भी जारी किए हैं, जिनके जरिए वे संपर्क कर सकते हैं। पुलिस ने कहा कि इससे उनको जांच में मदद मिल सकती है। पुलिस ने कहा है कि प्रत्यक्षदर्शियों की पहचान गुप्त रखी जाएगी। वहीं, गुरुवार को दिल्ली हिंसा पर गृह मंत्रालय द्वारा बयान जारी किया गया था।
गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया कि पिछले 36 घंटे में नॉर्थ ईस्ट जिले में हिंसा प्रभावित किसी भी थाना क्षेत्र में हिंसा की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। शुक्रवार को हालात को देखते हुए सेक्शन 144 से लोगों को राहत दी जा सकती है। अभी तक दिल्ली हिंसा में कुल 48 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसमे दंगे भड़काने, जान से मारने, संपत्ति का नुकसान आदि के मामले शामिल हैं। आने वाले समय में और भी एफआईआर दर्ज की जाएगी। पुलिस ने 514 संदिग्ध लोगों को अभी तक पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। जांच के दौरान आगे और भी गिरफ्तार की जा सकती है।