दिल्ली में केजरीवाल के मंत्री को लोगों ने कार में किया बंद, पुलों का शिलान्यास करने गए थे
नई दिल्ली- रविवार का दिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए बहुत फजीहत भरा रहा। राजधानी के द्वारका इलाके में लोगों ने दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन की कार को बीच सड़क पर ही रोक दिया और हंगामा करने लगे। लोगों के गुस्से को देखते हुए जैन कार में ही बंद रहने को मजबूर हो गए। वे बिजवासन और मटियाला विधानसभा क्षेत्र में पुलों का शिलान्यास करने गए थे।
आधे घंटे तक कार में बंधक बने रहे दिल्ली के मंत्री
दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन अपनी सरकारी कार में बंद थे और बाहर लोग बवाल कर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इलाके के लोग विकास कार्यों के न होने के चलते गुस्से में थे। जब रविवार को उन्हें भनक लगी की मंत्री सत्येंद्र जैन बिजवासन और मटियाला विधानसभा क्षेत्र में पुलों का शिलान्यास करने आ रहे हैं तो वे भारी तादाद में पहुंचे और उनकी गाड़ी को घेर लिया। सत्येंद्र जैन को आधे घंटे तक कुछ सूझ नहीं रहा था कि वे क्या करें। तब पुलिस को सूचना मिली और वह मौके पर पहुंचकर जैन की कार को वहां से किसी तरह से सुरक्षित बाहर निकाला। जैन दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, गृह, ऊर्जा, पीडब्ल्यूडी, उद्योग, शहरी विकास और बाढ़ एवं सिंचाई मंत्री हैं। वे शकुरबस्ती इलाके से विधायक हैं।
एक विधायक से हो चुकी है मारपीट
इससे पहले आम आदमी पार्टी के विधायक पंकज पुष्कर से भी उनके ही क्षेत्र के लोग मारपीट कर चुके हैं। उस दौरान उनके साथ दिल्ली के फूड एंड सप्लाई मंत्री इमरान हुसैन भी थे। वे दोनों वहां पर राशन की दुकानों पर हो रही धांधली को लेकर छापा मारने पहुंचे थे। घटना तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र के नेहरू विहार की है। पुष्कर तिमारपुर के ही विधायक हैं, जिनका आरोप है कि राशन दुकानों में धांधली की जा रही थी और वो राशन माफिया को रंगे- हाथों पकड़वाने के लिए पहुंचे थे। तब किसी तरह पुलिस ने दोनों नेताओं की जान बचाकर वहां से बाहर निकाला था। बाद में विधायक कार्यालय ने एक बयान में कहा था, ''सुबह करीब 11 बजकर 30 मिनट पर तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र की राशन की दो दुकानों पर फूड एंड सप्लाई मिनिस्टर इमरान हुसैन का विभागीय जांच का दौरा था। तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र में राशन माफिया के आतंक की पुरानी शिकायतें रही हैं। जांच में खुलेआम अनियमितताएं पाए जाने पर राशन विक्रेता और उसके परिवार वालों द्वारा सभी अधिकारियों और रिकॉर्डिंग के सामने विधायक पंकज पुष्कर और विधायक कार्यालय इंचार्ज देवेश कुमार के ऊपर हमला हुआ।'' आगे कहा गया, ''तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र का नेहरू विहार इलाका कई सालों से राशन माफिया का केंद्र बना हुआ है। इसकी लगातार शिकायतों के बाद सरकारी जांच के दौरान विधायक पर हमला और सरकारी काम में बाधा पहुंचाना, खुलेआम जान से मारने की धमकी देना दिल्ली में कानून के राज के ऊपर सवालिया निशान लगाता है।''
हाल ही में केजरीवाल को मिली थी धमकी
हाल ही में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को धमकी मिली थी। बाद में अभिषेक तिवारी नाम के उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया था। डीसीपी अन्येश रॉय ने बताया था कि अभिषेक तिवारी ने ये ईमेल को 'लोगों का ध्यान आकर्षित करने' के लिए भेजे थे। दरअसल, उसने केजरीवाल के अलावा कुछ और नेताओं को भी धमकी दी थी। पुलिस के मुताबिक उसकी मंशा लोगों के बीच लोकप्रिय होने की थी। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी शख्स मुंबई में फर्नीचर फोम फर्म में डिलिवरी ब्वॉय के तौर पर काम करता है। वह अपनी नौकरी और जीवन से निराश था, इसलिए उसने दहशत पैदा करने के लिए इस तरह का खतरनाक मेल भेजने का फैसला किया।
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