दिल्ली मेट्रो में सस्ते टिकट के लिए अब छात्रों-वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग बायोमीट्रिक पहचान पत्र
नई दिल्ली। वरिष्ठ नागरिकों और छात्रों के लिए दिल्ली मेट्रो बायोमीट्रिक पहचान पत्र लाने की तैयारी कर रहा है। जिसकी मदद से छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों को सस्ते टिकट हासिल करने में मदद मिलेगी और इसका सुविधा का गलत इस्तेमाल रोका जा सकेगा। दिल्ली मेट्रो के चीफ मंगू सिंह ने बताया कि रियायती टिक के लिए हम बायोमीट्रिक पहचान पत्र तकनीक का इस्तेमाल करने जा रहे हैं, जिससे कि इस सुविधा का गलत इस्तेमाल रोका जा सके।
हरदीप पुरी ने दिया था सुझाव
मंगू सिंह ने बताया कि यह प्रस्ताव केंद्रीय शहरी मंत्री हरदीप सिंह पुरी के सुझाव के बाद सामने आया है, उन्होंने अरविंद केजरीवाल ने द्वारा गत वर्ष मेट्रो किराए को बढ़ाए जाने के विरोध के बाद यह सुझाव दिया था। हालांकि पिछले वर्ष फेयर फिक्सेशन कमिटी ने रियायती टिकट का प्रस्ताव सामने रखा था, लेकिन इसके गलत इस्तेतमाल की संभावना को देखते हुए लागू नहीं किया गया था। मौजूदा व्यवस्था में वरिष्ठ नागरिक और छात्रों की पहचान की मेट्रो प्रशासन के पास कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है, जिसकी वजह से इस सुविधा का दुरुपयोग होता है।
नहीं थी अलग व्यवस्था
मेट्रो चीफ ने बताया कि अगर स्मार्ट कार्ड लोगों के पास हो तो अपने आप लोगों का किराया कट जाता है, गेट इस बात को ट्रेस कर लेता है कि यात्री किस स्टेशन से अंदर आया और किस स्टेशन से बाहर जा रहा है। लेकिन उसे इस बात की जानकारी नहीं मिलती है कि यात्री छात्र है या फिर वरिष्ठ नागरिक। लेकिन जब मंत्री ने हमे इस बात का सुझाव दिया तो हमने इसपर विचार करना शुरू किया। उन्होंने बताया कि हम इस दिक्कत से तकनीक के माध्यम से निपट सकते हैं।
अलग गेट होगा
इस तकनीक के बारे में मंगू सिंह ने बताया कि हमे इसकी जानकारी नहीं थी, हमे यह नहीं पता था कि इस तरह की कोई तकनीक है जिसकी मदद से छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों की पहचान की जा सकती है। लेकिन मुमकिन है कि बायोमीट्रिक पहचान पत्र इस समस्या का समाधान निकाल सकता है। हम इसके लिए कुछ चुनिंदा गेट निर्धारित कर सकते हैं, जिसमे पर रियायती टिकटों की पहचान की जा सकती है। यहां सिर्फ उन्हीं यात्रियों को आने की अनुमति होगी जो इसके हकदार होंगे।
इसे भी पढ़ें- आज AIIMS में होगा वित्त मंत्री अरुण जेटली का किडनी ट्रांसप्लांट