दिल्ली: थप्पड़ मारने से नाराज इकलौते बेटे ने सुपारी देकर कराई बिजनेसमैन पिता की हत्या
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में केमिकल का कारोबार करने वाले अनिल खेड़ा की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में एक सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि हत्यारा कोई गैर नहीं, बल्कि उनका बेटा है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपी बेटे गौरव खेड़ा, उसके बिजनस पार्टनर विशाल गर्ग और एक सुपारी किलर सादिक को इस केस में अरेस्ट कर लिया है। उसने अपने पिता की हत्या के लिए सुपारी दी थी। पांच महीनों तक इस केस की जांच करने बाद दिल्ली पुलिस ने केस को सुलझा लिया है।
हत्या के लिए दी पांच लाख की सुपारी
जांच में पता चला है कि आरोपी के पिता उसकी बुरी आदतों से परेशान थे, इस वजह से वह उसे खर्च भी नहीं देते थे। इस कारण उसने पिता की हत्या करा दी। अनिल खेरा की उस वक्त हत्या कर दी गई थी जब वे अपने कारोबार के सिलसिले में एक मीटिंग के बाद बाहर निकले थे। बाइक पर सवार कातिलों ने उन्हें नजदीक से कई गोलियां मारी थीं। एडिशनल कमिश्नर अजीत सिंगला ने बताया कि गौरव ने अपने पिता को मारने के लिए दो लोगों को सुपारी शमशेर और सादिक को दी थी। गौरव ने इन दोनों को 5 लाख रुपए देने का वादा भी किया था।
सुपारी के पैसे पर हुआ झगड़ा, खुला मामला
वहीं उसने अपने दोस्त विशाल गर्ग से वादा किया कि उसके पिता के मरने के बाद वह अपने पिता के केमिकल बिजनेस में से 25 फीसदी उसे देगा। मामला शमशेर और सादिक के बीच हुई अनबन के बाद खुला। हत्या के बदले मिली पांच लाख रुपए की रकम को अकेले शमशेर ने हड़प लिया। सादिक को केवल 50 रुपए दिए। इसी बात को लेकर गौरव और सादिक में झगड़ा चल रहा था। इसकी जानकारी क्राइम ब्रांच को लगी और आरोपी पकड़े गए।
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पांच महीने बाद हुआ हत्या का खुलासा
पुलिस ने बताया कि, वारदात के बाद घटनास्थल पर सबसे पहले गौरव पहुंचा था। वह दूसरों पर रंजिश का शक जताकर पुलिस को गुमराह किया था। पुलिस ने बताया कि आरोपी बेटे को जुआ खेलने की लत थी। इस चक्कर में उस पर काफी कर्ज चढ़ गया था। बेटे की करतूत को देखते हुए पिता ने उसे पैसे देने बंद कर दिए थे। एक दिन पिता ने बेटे की पिटाई भी की थी। इस बात से खफा आरोपी गौरव ने अपने पिता को मारने की साजिश रच दी।
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