प्रदूषित हवा से दिल्ली-NCR बेहाल, आज भी धुंध के आगोश में देश का दिल
नई दिल्ली। प्रदूषण की शिकार दिल्ली को आज भी राहत नहीं मिली है, आज भी यहां पर धूल, धुएं और कोहरे ने लोगों को तंग किया हुआ है और सबसे परेशानी की बात ये है कि दिल्ली-NCR के लोगों को आने वाले दिनों में भी राहत नहीं मिलने वाली है। शु्क्रवार सुबह दिल्ली के लोधी रोड इलाके में PM 2.5 और PM 10 दोनों 500 के पार हो गया है, जो कि गंभीर श्रेणी में आता है और आज भी राजधानी धुंध के आगोश में है, राजधानी में प्रदूषण का बुरा हाल देखते हुए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित पैनल ईपीसीए ने दिल्ली-एनसीआर में आज भी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने जताई चिंता
बढ़ते प्रदूषण पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी चिंता जताई है और कहा कि दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा।गुरुवार को वायु प्रदूषण पर एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने कहा कि, इस समस्या के निपटारे के लिए अपनाई गई योजनाओं में है और इससे निपटने के लिए किसी भी विचार पर एकमत न होने में है। कोर्ट ने कहा कि, इस दिशा में नागरिकों को भी सक्रिय भूमिका निभाने की जरूरत है, प्रदूषण कम करने के लिए लोगों में भी इच्छाशक्ति की कमी है।
|
पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं रोकथाम प्राधिकरण
पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं रोकथाम प्राधिकरण (ईपीसीए) ने दिल्ली-एनसीआर में 15 नवंबर तक हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी है। दिल्ली की जहरीली हवा का असर आस-पास के इलाकों में भी हैं इसलिए फरीदाबाद, गुड़गांव, गाजियाबाद, नोएडा, बहादुरगढ़, भिवाड़ी, ग्रेटर नोएडा, सोनीपत और पानीपत में कोयला और अन्य ईंधन आधारित उद्योग भी 15 नवंबर तक बंद हैं।
Recommended Video
'आपात स्तर' पर प्रदूषण
बता दें कि दिल्ली की हवा जहरीली होने की वजह किसानों का पराली जलाया जाना है, गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के 'आपात स्तर' के करीब पहुंचने के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि जरूरत होने पर सम-विषम योजना आगे बढ़ायी जा सकती है। सम-विषम योजना चार नवंबर को शुरू हुई थी और 15 नवंबर को इसके खत्म होने की संभावना है।