कोरोना के खिलाफ लड़ाई में और आगे निकली दिल्ली, एक्टिव और पॉजिटिव दर में दिखी बड़ी गिरावट
नई दिल्ली। एक समय देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना मामलों में देश में दूसरे नंबर पर थी, लेकिन अब दिल्ली में कोरोना रोगियों की संख्या ही नहीं, बल्कि मृत्यु दर और सक्रिय मामलों में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक जुलाई और अगस्त के बीच दिल्ली में कोविद -19 के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 27,007 से घटकर 10,207 पहुंच चुकी है। यानी एक महीने के भीतर एक्टिव केसेज में 2.5 गुना से अधिक की कमी दर्ज की गई है।
COVAXIN: ह्यूमन ट्रायल से पहले एम्स से आई गुड न्यूज, हर 5 में 1 वालंटियर में मिली एंटीबॉडी?
1 जुलाई को दिल्ली में दर्ज कुल सक्रिय मामले करीब 30 फीसदी थे
गत 1 जुलाई को दिल्ली में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक यहां कुल सक्रिय मामले करीब 30 फीसदी थे, लेकिन सोमवार, 3 अगस्त को इनमें बड़ी गिरावट दर्ज की है और यह 3 अगस्त तक घटकर 7.3 फीसदी हो गई है। यह आंकड़े दिल्ली सरकार द्वारा साझा किए गए डेटा से सामने आए हैं।
दिल्ली के डाक्टरों और प्रशासन ने ली राहत की सांस
दिल्ली में सक्रिय मामलों में गिरावट से दिल्ली के डॉक्टरों के साथ-साथ जिला प्रशासन के अधिकारियों के लिए एक बड़ी राहत है, जो अस्पतालों में भर्ती, संस्थागत कोविद देखभाल केंद्रों में भर्ती और होम क्वॉरेंटीन किए गए प्रत्येक रोगी की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
प्रोटोकॉल के तहत होम क्वॉरेंटीन समेत सभी मरीजों पर रखनी होती है नजर
दरअसल, प्रोटोकॉल के तहत में होम क्वॉरेंटीन सभी मरीजों के लक्षणों के बारे में दैनिक रिपोर्ट को सम्मिलित किया जाता है ताकि उनकी स्थिति को ट्रैक किया जा सके। अगर उनकी हालत बिगड़ती है, तो उन्हें अस्पताल ले जाना होगा। इस संख्या में आई कमी से एजेंसियों पर दबाव कम हुआ है। वर्तमान में दिल्ली में कुल 10,207 सक्रिय मामलों में से 5,577 होम क्वॉरेंटीन हैं।
दिल्ली में ट्रांसमिशन का सूचकांक है आर-संख्या
चेन्नई के गणितीय विज्ञान संस्थान में सीताभरा सिन्हा और उनके अनुसंधान समूह द्वारा लगाए गए अनुमान के मुताबिक दिल्ली में ट्रांसमिशन सूचकांक आर-संख्या1 के नीचे अच्छी तरह से गिर गई है और यदि यह प्रवृत्ति समाप्त होती है, तो शहर में सितंबर तक कुल सक्रिय मामलों को 1,000 से नीचे गिरते हुए देखा जा सकता है।
दिल्ली में वेंटीलेटर सपोर्ट वाले रोगियों की संख्या मे वृद्धि हुई है
हालांकि दिल्ली सरकार द्वारा साझा किया गया डेटा दिखाती है गत 1 जुलाई और 3 अगस्त के बीच दिल्ली में भर्ती किए गए मरीजों की तुलना में वेंटीलेटर सपोर्ट वाले रोगियों की संख्या मे वृद्धि हुई है। दिल्ली के अस्पतालों में पहले भर्ती सभी रोगियों में से 10 फीसदी ही वेंटिलेटर पर थे, लेकिन अब यह संख्या 12 फीसदी पहुंच गई है।
दिल्ली में साप्ताहिक मृत्यु दर में गिरावट दर्ज हुई है
5 जुलाई को समाप्त होने वाले सप्ताह और 2 अगस्त को समाप्त होने वाले सप्ताह के बीच की साप्ताहिक मृत्यु दर में गिरावट दर्ज हुई है। 2 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में 418 मौतों की तुलना में सिर्फ 177 मौतें हुई है। इसका मतलब यह है कि जहां 5 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में प्रति दिन औसतन 60 मरीज मर रहे थे, वहीं रविवार, 2 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में प्रति दिन 25 लोगों की मौत हुई है।
दिल्ली में रिकवरी दर में राष्ट्रीय स्तर से ज्यादा हुई बढ़ोतरी
लॉकडाउन हटाने के बावजूद दिल्ली इस महीने की शुरुआत से सक्रिय मामलों को आधे से कम करने में सक्षम हुई है। दिल्ली सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक दिल्ली में कम पॉजिटिव दर, गंभीर संक्रमण और बिस्तर पर मरीजों की संख्या में कमी आई है और मौतें भी कम हुईं हैं, जबकि दिल्ली की रिकवरी दर में राष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा बढ़ोतरी देखी जा रही है।
वर्तमान में दिल्ली की रिकवरी दर लगभग 90 फीसदी पहुंच गई है
जून के दूसरे सप्ताह में दिल्ली की पॉजिटिव दर 31 फीसदी थी, लेकिन पिछले दो सप्ताह में यह गिरकर 6 फीसदी रह गई है। सोमवार को दिल्ली में किए गए कुल 10,133 परीक्षणों में से 805 नए मामले देखे गए, जबकि RT-PCR मोड के माध्यम से 3,904 लोगों का परीक्षण किया गया था।
सबसे बेहतर और मानक माना जाता है RT-PCR मोड परीक्षण
दिल्ली में कुल 6,229 का परीक्षण रैपिड एंटीजन टेस्ट किट के माध्यम से किया गया था। 24 घंटे में बीमारी से 17 लोगों की मौत के साथ मरने वालों की संख्या 4,021 तक पहुंच गई है।