जामिया में छात्रों का उग्र प्रदर्शन: 10 प्वाइंट्स में जानें आखिर क्यों भड़की हिंसा, अब तक क्या-क्या हुआ
जामिया प्रदर्शन: 10 प्वाइंट्स में जानें क्यों भड़की हिंसा,अब तक क्या-क्या हुआ
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नई दिल्ली। दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्ववि द्यालय में छात्रों और दिल्ली पुलिस के बीच भड़की हिंसा ने उग्र रूप ले लिया। जामिया इलाके में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रविवार को हिंसा के बाद तनाव का माहौल बन गया। रविवार दोपहर के बाद इस प्रदर्शन के उ ग्र रूप धारण कर लिया। प्रदर्शनकारियों ने बसें जला दी। शाम 4 बजे के करीब अचानक ही इलाके में हिंसा भड़क गई। पहले लगा कि प्रदर्शन जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने किया है, लेकिन थोड़ी देर में स्पष्ट हो गया कि इस प्रदर्शन में सिर्फ छात्रों का हाथ नहीं था। विश्वविद्यालय में अराजकतत्वों की मौजूदगी की जानकारी को लेकर दिल्ली पुलिस कैंपस में घुसी, जिसके बाद जामिया प्रशासन और छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया। इसके बाद ये प्रदर्शन जामिया से निकलकर दिल्ली पुलिस मुख्यालय तक पहुंच गया। इन 10 प्वाइंट्स में समझिए प्रदर्शन की पूरी कहानी
नागरिकता कानून को लेकर जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। हालात काबू में थे और छात्रों का विरोध प्रदर्शन चल रहा था, लेकिन शाम 4 बजे के करीब खबर आई कि नोएडा से न्यूफ्रेंड्स कॉलोनी की तरफ आ रही डीटीसी बसों में तोड़फोड़ की गई, जिसके बाद खबरें आने लगी के ओखला, जामिया और कालिंदी कुंज में भी सरकारी बसों को आग के हवाले कर दिया गया।
आग की खबर पाते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची, लेरिन आग बुझाने के दौरान ही प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों पर हमला कर दिया। इस प्रदर्शन और हिंसा में फायर ब्रिगेड के एक फायरमैन को काफी चोटें आईं। हालाल तो देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इलाके में फ्लैग मार्च किया और भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी।
दिल्ली पुलिस को खबर मिली की जामिया विश्वविद्यालय में अराजक तत्वों की मौजूदगी है, जिसके बाद पुलिस कैंपस में घुसी और कैंपस को खाली कराने लगी। इसके बाद से प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया।
जामिया यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर वसीम रिजवी ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया कि छात्रों से मारपीट की है। वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि कैंपस के अंदर से हम पर पथराव किया गया। भीड़ को हटाने के लिए उनकी ओर से आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया।
इसके बाद छात्रों का प्रदर्शन जामिया से निकलकर दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर तक पहुंच गया। राजनीतिकों दलों का आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया। बीजेपी नेता मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी के नेता अमानतुल्लाह खान पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने बीजेपी पर आरोप लगाया और तस्वीरे साझा कर कहा कि दिल्ली पुलिस ने खुद बस में आग लगाई, जिसके बाद दिल्ली पुलिस की ओर से इसे लेकर सफाई भी दी गई।
रात 9 बजे जामिया के छात्रों ने विश्वविद्यालय के अंदर घुसकर की गई पुलिस कार्रवाई के विरोध करते हुए दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर का घेराव किया। हजारों की तादात में छात्र वहां पहुंच गए। वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्व विद्यालय के छात्रों ने भी उनके विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया।
जामिया के बाद अलीगढ़ के एएमयू में भी बवाल शुरू हो गया। छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके बाद प्रशासन ने अलीगढ़, मेरठ और सहारनपुर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पुलिस ने छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। वहीं पटना में भी प्रदर्शन शुरू हो गया।