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Abhishek Singh IAS: कोरोना काल में मजदूरों के लिए मसीहा बना ये अफसर, सोनू सूद से थोड़ा हटकर है इनका काम

Abhishek Singh IAS: कोरोना काल में मजदूरों के लिए मसीहा बना ये अफसर, सोनू सूद से थोड़ा हटकर है इनका काम

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नई दिल्ली। कोरोना महामारी में प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए एक्‍टर सोनू सूद ने जो किया उसकी हर ओर प्रशंसा हो रही हैं। वहीं अब एक और देश का नवजवान युवा आईएएस अधिकारी इस संकट काल में मजदूरों का मसीहा बन गया हैं। इस लॉकडाउन में लाखों की संख्‍या में मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। अब मजदूरों को उनकी मेहनत से दो जून की रोटी मिल सके इसके लिए दिल्ली का ये आईएएस अधिकारी ने मजदूरों को रोजगार दिलवाने की नायाम मुहिम शुरु की है। इस नेक अभियान में उनका साथ आईआईटी-आईआईएम के छात्र दे रहे हैं इतना ही नहीं इस मुहिम में एक्‍टर जॉन अब्राहम ने भी मदद का हाथ बढ़या हैं।

अभिषेक सिंह शुरु की ये नायाब मुहीम

अभिषेक सिंह शुरु की ये नायाब मुहीम

ये आईएसएस अधिकारी दिल्ली सरकार में उपायुक्त अभिषेक सिंह हैं। ये अभिषेक सिंह दिल्ली के वो ही उपायुक्त अधिकारी हैं जिन्‍होंने पिछले दिनों टीवी सीरियल दिया और बाती में आईपीएस अधिकार बनी अभिनेत्री दीपिका सिंह की मां को इस महामारी की स्थिति के दौरान समय पर अस्पताल में भर्ती करवाने में मदद की। इतना ही नही अभिषेक सिंह नेटफ्लिक्स की क्राइम ड्रामा दिल्ली क्राइम के दूसरे सीजन के साथ अपने अभिनय की शुरुआत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अभिषेक सिंह ने 'SIGMA' (स्टूडेंट्स फॉर इन्वॉल्व्ड गवर्नेंस और म्यूचुअल एक्शन) नामक एक संगठन की शुरुआत करते हुए मजदूरों के लिए इस नई मुहीम की शुरुआत की है।

इस हेल्‍पलाइन नंबर से दिला रहे लोगों को रोजगार

इस हेल्‍पलाइन नंबर से दिला रहे लोगों को रोजगार

गौरतलब है कि कोरोना महामारी में लाखों की संख्‍या में मजदूरों को दिल्ली में रोजगार छिन जाने के बाद उन्‍हें अपने गांव जाना पड़ा। लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद रोजी-रोटी की तलाश में फिर से मजूदर राजधानी का रुख कर रहे हैं। अभिषेक सिंह ने बताया कि मजदूरों की समस्या को दूर करने के लिए हमने एक हेल्पलाइन नम्बर (8800883323) जारी किया है। इस नंबर पर फोन करके मजदूर अपनी योग्यता के अनुसार नौकरी हासिल कर सकते हैं। आईएएस अधिकारी की टीम ने ऐसी कंपनियों की लिस्‍ट तैयार रखी हैं जिसको मजदूर या कामगार चाहिए। मजदूर इस हेल्‍पलाइन नंबर पर फोन करके स्‍वयं को रजिस्टर करा सकते हैं। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां मजदूर और जिन्हें मजदूरों की जरूरत है, दोनों रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।

ऐसा प्‍लेटफार्म है जहां कंपनी और मजदूर दोनों रजिस्‍ट्रेशन करवा सकते हैं

ऐसा प्‍लेटफार्म है जहां कंपनी और मजदूर दोनों रजिस्‍ट्रेशन करवा सकते हैं

अभिषेक सिंह ने बताया कि यह हेल्पलाइन नंबर सप्ताह के सातों दिन सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक काम कर रही हैं1 इस हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके मजदूर अपनी स्किल के अनुसार रोजगार पा सकते हैं। साथ ही जिन्हें मजदूरों की जरूरत है, वे भी फोन करके यहां संपर्क कर सकते हैं। उन्‍होंने बताया कि ये ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां मजदूर और जिन्हें मजदूरों की जरूरत है, दोनों रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। पंजीकरण के बाद जरूरत के आधार पर मजदूरों को रोजगार दिलवाया जा रहा है। इस नंबर पर दिल्ली में कंस्ट्रक्शन वर्कर, कारपेंटर, पेंटर, प्लंबर सहित अन्य मजदूरों को अब भटकना नहीं होगा, बल्कि एक एप की मदद से उन्हें रोजगार उपलब्ध हो जाएगा।

जानिए कैसे हुई इसकी शुरुआत

जानिए कैसे हुई इसकी शुरुआत

अभिषेक सिंह ने मीडिया में बताया कि वो एक बार आईआईएम, अहमदाबाद में लेक्चर के लिए गए थे। जहां छात्रों में सरकारी सिस्टम के प्रति उदासीनता दिखी। जिसके बाद मैंने उनसे कहां कि अगर सुधार चाहते हैं तो आपको भी आगे आना होगा जिसके बाद इमैंने आईआईटी-आईआईएम के छात्रों के साथ मिलकर ये सिग्मा थिंक टैंक बनाया। इस थिंक टैंक को आईआईएम अहमदाबाद के छात्रों के एक समूह द्वारा आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह और दुर्गा शक्ति नागपाल द्वारा शुरू किया गया था। सिग्मा' एम्प्लॉयर के ग्रुप तक पहुंचा है, जो मुख्य रूप से दिल्ली-एनसीआर में विनिर्माण और निर्माण क्षेत्र से लेबर की मांग और उनके संबंधित उद्योगों में उनकी आपूर्ति की दिशा में काम करेगा।

2500 से अधिक नौकरियां अभी उपलब्ध हैं, ज्यादा पढ़े-लिखे लोग भी कर रहे कॉल

2500 से अधिक नौकरियां अभी उपलब्ध हैं, ज्यादा पढ़े-लिखे लोग भी कर रहे कॉल

अभिषेक ने बताया कि इन कंपनियों के पास मजदूरों के लिए 2500 से अधिक नौकरियां हैं। अब तक इस हेल्‍पलाइन नंबर पर 2500 फोन रिसीव किए जा चुके हैं। उन्‍होंने कहा कि जिन्हें कौशल आवश्यकताओं, उद्योग और मांग के आधार पर प्रलेखित और वर्गीकृत किया है। एकात्रा हेल्पलाइन नंबर श्रमिकों, ठेकेदारों और नियोक्ताओं को समान रूप से अपनी आवश्यकताओं के साथ सिग्मा तक पहुंचने में मदद मिलेगी। उन्‍होंने बताया कि इनमें बहुत फोन ऐसे आ रहे हैं, जो ज्यादा पढ़े-लिखे हैं। अभिषेक ने बताया कि फिलहाल मजदूरों के लिए काम किया जा रहा है। आने वाले दिनों में इसमें अन्य को भी जोड़ा जाएगा। अभी सिग्मा से आईआईटी-आईआईएम के 26 छात्र जुड़े हैं।

जल्‍द ही शुरु किया जाएगा एप

जल्‍द ही शुरु किया जाएगा एप

अभिषेक सिंह ने बताया कि हम आईआईटी स्‍टूडेन्‍ट के साथ ऐसा ऐप बनाने जा रहे जिसकी मदद से मजदूरों को आसानी से रोजगार उपलब्ध हो जाएगा। एप में मजदूरों के पेशे के आधार पर कैटेगरी बनी होगी। उन्हें उसी आधार पर आवेदन करना होगा। इस एप की मदद से मजदूरों को जल्द और बेहतर जगह पर रोजगार उपलब्ध करवाने में आसानी होगी।

जॉन अब्राहम ने सहायता करने का वादा करते हुए कही ये बात

जॉन अब्राहम ने सहायता करने का वादा करते हुए कही ये बात

आईएसएस अधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि हमारे इस अभियान को मशहूर बॉलीवुड अभिनेता जॉन अब्राहम का भी समर्थन मिला है। जॉन ने हमारी इस पहल की जमकर तारीफ की साथ ही कहा कि वो इस वर्ग की समस्‍याओं को अच्‍छे से समझते हैं अगर आवश्‍यकता पड़ी तो मैं इन जरुरतमंदों का फोन भी रिसीव करूंगा।

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English summary
IAS Abhishek Singh united students to help migrant workers, providing jobs to laborers
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