दिल्ली में लगातार आ रहे भूकंप पर हाई कोर्ट ने जताई चिंता, तैयारी को लेकर सरकार से मांगा जवाब
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में लगातार एक के बाद एक भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। हालांकि इन भूकंप की तीव्रता अधिक नहीं होती है, जिसकी वजह से किसी तरह का नुकसान नहीं होता है, लेकिन भूकंप से संभावित किसी भी खतरे के लिए सरकार की क्या तैयारी है, इसको लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने जवाब मांगा है। कोर्ट ने दिल्ली सरकार और दिल्ली निगम को निर्देश दिया है कि वह जल्द से जल्द शपथ पत्र दायर करें कि भूकंप से निपटने के लिए उनकी क्या तैयाारी है और कैसे इस योजना को लागू किया जाएगा।

बता दें कि पिछले दो महीनों में दिल्ली-एनसीआर में 14 बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। सोमवार को एक बार फिर से दिल्ली में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 2.1 थी। बता दें कि 29 मई, 2020 को सबसे ज्यादा 4.5 तीव्रता वाला भूकंप आया था। बार-बार आ रहे इन भूकंप को लेकर विशेषज्ञों ने जो बताया वह चिंताजनक है। एक्सपर्ट का मामना है कि दिल्ली में लगातार आ रहे भूकंप के पीछे का कारण दिल्ली-एनसीआर का फॉल्ट है जो इस समय सक्रिय हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार अभी दिल्ली-एनसीआर में एक्टिव फॉल्ट की जो स्थिति है उसमें 6.5 तीव्रता का भूकंप आने की संभावना है। एनसीएस के पूर्व हेड डॉ. एके शुक्ला ने बताया की राजधानी दिल्ली भूकंप संभावित जमीन पर स्थित हैं, इसके अलावा हिमालय बेल्ट से भी इसे काफी खतरा है। इसके चलते यहां 8 तीव्रता वाला भूकंप भी आ सकता है। उन्होंने आगे कहा कि अगर हिमालयी बेल्ट में बड़ा भूकंप आता है, तो राजधानी पर इसका काफी असर पड़ेगा।