Bois Locker Room: दिल्ली हाई कोर्ट ने साइबर सेल को तेजी से जांच पूरी करने का निर्देश दिया
नई दिल्ली। बॉयज लॉकर रूम मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस साइबर सेल को तेजी से जांच पूरी करने का निर्देश दिया है। वहीं दिल्ली पुलिस को भी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म इंस्टाग्राम से कुछ मूलभूत जानकारी मिली है। इस मामले की जांच साइबर सेल कर रहा है, जिसने ग्रुप चैट के 27 सदस्यों की पहचान कर ली है। इससे पहले ग्रुप के सात सदस्यों की पहचान उनकी फर्जी पहचान और वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के उपयोग के कारण पता नहीं की जा सकी थी। दस दिनों के बीच ग्रुप के चार वयस्क सदस्यों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। उन्होंने सभी की पहचान की लेकिन सात अन्य के बारे में नहीं बता सके। इन्हें ये भी नहीं पता कि इन सातों को ग्रुप में किसने शामिल किया था।
इस हफ्ते इंस्टाग्राम ने सब्सक्राइबर से संबंधित जानकारी दी है। इंस्टाग्राम ने जो जानकारी दी है वह अकाउंट बनाते समय यूजर ने जो कुछ दर्ज किया था वही है। इसके साथ ही इंटरनेट प्रोटोकॉल रिपोर्ट भी साझा की गई है। सूत्रों का कहना है, दिल्ली पुलिस ने चैट ग्रुप के कंटेंट को भी साझा करने को कहा है। वे सोशल मीडिया जायंट से सदस्यों द्वारा साझा की गई तस्वीरों सहित बाकी कंटेंट मिलने का इंतजार कर रहे हैं। अब पहचाने गए सात लोगों में से दो एनसीआर के बाहर के हैं।
पुलिस ने इन लड़कों से फोन पर भी बात की है और नोटिस जारी किया है। इनसे जांच में सहयोग करने को कहा जाएगा। उनकी जांच की जाने वाली तारीख लॉकडाउन के निर्णय पर निर्भर करेगी। पुलिस ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि स्नैपचैट का स्क्रीनशॉट बॉयज लॉकर रूम मामले के साथ मिक्स हो गया था। जबकि बॉयज लॉकर रूम के सदस्यों ने अपने सहपाठियों के यौन उत्पीड़न की चर्चा नहीं की थी, लेकिन अब उनपर ऐसी तस्वीरें शेयर करने का आरोप है, जिनपर उन्होंने चर्चा की है। इनमें बॉडी शेमिंग और मॉर्फड तस्वीरें भी शामिल हैं। अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और एक नाबालिग को भी पकड़ा गया है।
Video:
सड़क
पर
शर्मसार
हुई
मानवता,
अर्धनग्न
डॉक्टर
के
हाथ
बांधकर
उठा
ले
गई
पुलिस