सिंघू बॉर्डर पर किसान आंदोलन के खिलाफ सड़कों पर उतरे स्थानीय लोग, हाइवे खाली करने की मांग
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड(tractor parade) के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब दिल्ली पुलिस(Delhi Police) ने किसान नेताओं(farmer leaders) को नोटिस भेजकर तीन दिनों में जवाब मांगा है। अब खबर आ रही है कि, सिंघू बॉर्डर (Singhu border) पर कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दे रहे किसानों के खिलाफ एक समूह ने प्रदर्शन किया है। कुछ स्थानीय लोगों के समूह ने आंदोलन कर रहे किसानों के खिलाफ प्रदर्शन किया और हाइवे खाली करने की मांग की है।
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सिंघु बॉर्डर पर कुछ लोग किसानों से धरनास्थल खाली करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, 'पहले इन किसानों का विरोध शांतिपूर्ण था पर अब ऐसा नहीं है। 2 महीने से प्रदर्शन से रोजी रोटी पर पड़े असर को बर्दाश्त कर लिया लेकिन तिरंगे का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। काफी वक्त हो गया, अब सिंघु बॉर्डर खाली होना चाहिए, हमें इस दौरान बहुत दिक्कत हुई है। उनकी मांग है कि सीमाओं पर से किसानों के आंदोलन को खत्म किया जाए।
राजधानी दिल्ली के सिंघु बॉर्डर के अलावा राजस्थान के शाहजहांपुर में भी किसानों के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो चुकी है। यहां 15 गांवों की महापंचायत चल रही हैं। ये लोग शाहजहांपुर में किसानों के धरने का विरोध कर रहे हैं। हाइवे खाली कराने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। हिंसा के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।
गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के गाजीपुर सीमा स्थित तंबू के बाहर नोटिस लगा दिया है। नोटिस के जरिए दिल्ली पुलिस ने हिंसा में शामिल लोगों के नाम मांगे गए हैं। उधर दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक टिकरी बॉर्डर पर भारी सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है।
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