शराब के शौकीनों के लिए बुरी खबर, इन दो मशहूर ब्रांड पर दिल्ली सरकार ने लगाया बैन
नई दिल्ली। शराब के शौकीनों के लिए बुरी खबर है। दिल्ली सरकार ने शराब के दो महशूर ब्रांड्स को दो साल के लिए बैन कर दिया है। दिल्ली में शराब स्टोरों पर वेट 69- व्हिस्की और स्मरनॉफ वोदका ब्रांड को लगभग दो के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। दिल्ली सरकार के वित्तीय आयुक्त ने शराब निर्माता यूनाइटेड-स्पिरिट्स लिमिटेड (यूएसएल) का ब्लैकलिस्ट किया है। इस कंपनी पर कथित तौर पर डुप्लिकेट बारकोड का उपयोग का आरोप है। बैन लगाए जाने के बाद यूसीएल अब राष्ट्रीय राजधानी में अपने उत्पाद नहीं बेच पाएगी।
शराब निर्माता कंपनी ने की लापरवाही
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, 14 सितंबर को दिए गए आदेश में, वित्तीय आयुक्त अनिन्द्यो मजूमदार ने कहा कि यूसीएल ने अनाधिकृत और ढीले बारकोड का उपयोग करके दिल्ली उत्पाद शुल्क अधिनियम, 2009 और दिल्ली उत्पाद शुल्क नियम, 2010 के प्रावधानों का उल्लंघन किया था। कंपनी की इस लापरवाही का आसानी से दुरुपयोग किया जा सकता था। इस मामले पर यूसीएल की ओर कोई टिप्पणी नहीं आई है।
यूएसएल पर ब्लैकलिस्ट कर जुर्माना लगाया गया
वित्तीय आयुक्त ने अपने आदेश में कहा, मेरा मानना है कि अपीलकर्ता ने दिल्ली उत्पाद शुल्क अधिनियम, 2009, दिल्ली उत्पाद शुल्क नियम, 2010, जारी किए गए लाइसेंस के नियम और शर्तों और दिल्ली उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा तैयार मानक ऑपरेटिंग प्रक्रिया के प्रावधानों का उल्लंघन किया। इसके परिणामस्वरूप विभाग ने यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (यूएसएल), औरंगाबाद पर दिल्ली उत्पाद शुल्क नियम, 2010 के नियम 70 के तहत ब्लैकलिस्ट कर जुर्माना लगाया गया है।
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राजधानी में इन दो ब्रांडों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा
यह आदेश यूसीएल द्वारा दायर अपील पर आया जिसमें दिल्ली सरकार के उत्पाद विभाग के डिप्टी कमिश्नर और आयुक्त के आदेश को चुनौती दी थी, जिसने यूसीएल, औरंगाबाद और पंजाब के अतिरिक्त स्रोत, संगरूर, पंजाब को तीन साल तक ब्लैकलिस्ट किया था। दिल्ली उत्पाद विभाग के वकील वकील धीरज कुमार सिंह ने कहा कि आदेश में बताया गया है कि राजधानी में इन दो ब्रांडों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
यूसीएल ने अनधिकृत बारकोड का उपयोग किया
सिंह ने कहा 22 मई, 2017 को इन दोनों पर तीन साल का प्रतिबंध लगाया गया था और वित्तीय आयुक्त के समक्ष इसे चुनौती दी गई थी। ऐसे में बाकी समय के लिए ठेकों पर यह दोनों ब्रांड नहीं मिलेंगे। शराब पर प्रतिबंध लगाने पर वित्तीय आयुक्त ने कहा, यह साबित हो चुका है कि यूसीएल ने अनधिकृत बारकोड का उपयोग किया गया था। इन ढीले बारकोडों का आसानी से दुरुपयोग किया जा सकता है और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा हो सकता था।
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