दिल्ली में कुछ चुनिंदा वैक्सीनेशन सेंटर पर शुरू होगा 'antibody titer' टेस्ट, जानिए इसके बारे में
नई दिल्ली। antibody titer test in delhi कोरोना वायरस के खिलाफ चल रहे टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के लिए दिल्ली सरकार इस हफ्ते से वैक्सीनेशन सेंटर को बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा सरकार कुछ चुनिंदा सेंटर्स पर 'एंटीबॉडी टिटर' टेस्ट की शुरुआत करने जा रही है। दरअसल, इसमें कुछ चुनिंदा वैक्सीनेशन सेंटर पर लाभार्थियों के वैक्सीन लेने के पहले और बाद में ये टेस्ट किया जाएगा। इस टेस्ट के जरिए वैक्सीन के प्रभाव का पता लगाया जाएगा। इसके अलावा वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में जो संकोच है वो भी दूर हो सकेगा।
Recommended Video
अनिवार्य नहीं है ये टेस्ट
एंटीबॉडी टिटर टेस्ट खून में एंटीबॉडी की उपस्थिति और उसके स्तर का पता लगाएगा। साथ ही किसी व्यक्ति के एंटीबॉडी सिस्टम को मापने में मदद करेगा। हालांकि इस टेस्ट को लोगों के लिए अनिवार्य नहीं किया जाएगा। फिलहाल इस टीके की शुरुआत दिल्ली सरकार के तीन हॉस्पिटल दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट, राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (आरजीएसएसएच) और चाचा नेहरू बाल चिकत्सालय में वैक्सीनेशन सेंटर पर ही की गई है।
आपको बता दें कि राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को अपनी एथिकल कमेटी से पहले ही अनुमति मिल चुकी है। इसके चिकित्सा निदेशक डॉ. बी.एल. शेरवाल का कहना है, 'टीकाकरण के असर का पता लगाने के लिए लाभार्थियों को विश्वास में लेकर पहली खुराक से पहले और दूसरी खुराक के बाद एंटीबॉडी टेस्ट करने की योजना है।' उन्होंने कहा कि जब तक 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगना शुरू होगी, तब तक हम वैक्सीन के प्रभाव के सबूत अपने पास इकट्ठा कर चुके होंगे।
शेरवाल ने आगे कहा, "हमने पहले हफ्ते में, दूसरी खुराक के दिन और फिर डेढ़ से दो महीने के बाद प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया है। यदि एंटीबॉडी टिटर एक निश्चित स्तर पर स्थापित किया गया है, तो हम यह कह सकेंगे कि वैक्सीन सुरक्षित है।