दिल्ली: 3 और निजी अस्पतालों में होगा COVID-19 मरीजों का इलाज, केजरीवाल सरकार ने जारी किए नाम
नई दिल्ली। भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 60,000 के करीब पहुंच गई है, देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में महामारी से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जिसके चलते यहां के निजी अस्पतालों में आइसोलेशन बेड की कमी होने लगी है। इस समस्या से निपटने के लिए अब दिल्ली सरकार ने 3 और निजी अस्पतालों को COVID-19 समर्पित हॉस्पिटल घोषित कर दिया है। केजरीवाल सरकार ने अभी फिलहाल ऐसे तीन अस्पतालों की सूची जारी की है जहां कोरोना मरीजों का इलाज किया जाएगा।
दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 5000 से ज्यादा हो चुकी है, वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक महामारी से राजधानी में कुल 64 लोगों की मौत हुई है। पॉजिटिव मामले बढ़ने के साथ ही दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों के लिए बिस्तरों की कमी होने लगी है। इसका एक कारण यह भी है कि कई अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ भी कोरोना के चपेट में आ गए हैं। इसी वजह से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अब दिल्ली के 3 और निजी अस्पतालों को कोरोना समर्पित करने का फैसला किया है।
दिल्ली सरकार द्वारा जारी सूची में निजी अस्पतालों में आइसोलेशन बेड की कमी को देखते हुए शालीमार बाग के फोर्टिस अस्पताल, रोहिणी सेक्टर -19 के सरोज मेडिकल इंस्टीट्यूट और द्वारका के खुशी हॉस्पिटल को COVID-19 समर्पित अस्पताल घोषित किया है। तीन अस्पतालों में 50 आइसोलेशन बेड होंगे। इन अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों को सोमवार से पहले आइसोलेशन सुविधा को कार्यात्मक बनाने के लिए निर्देशित किया गया है। बता दें कि दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने इससे पहले 30 अप्रैल को महा दुर्गा चैरिटेबल ट्रस्ट अस्पताल और सर गंगाराम सिटी अस्पताल को COVID-19 अस्पताल घोषित किया था। दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सर गंगाराम कोलमत अस्पताल और साकेत में मैक्स अस्पतालों में कुछ कोविड -19 समर्पित सुविधाएं हैं।
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