Air Pollution: कब मिलेगी दिल्ली को प्रदूषण और धुंध की चादर से राहत, जानिए
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली सहित कई राज्य प्रदूषण व धुंध की चादर से घिरे हैं। दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स का ग्राफ खतरनाक स्तर को पार चुका है। दिल्ली की बात करें तो एहतियात के तौर 5 नवंबर तक सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदूषण की इस स्थिति से उबरने में अभी कुछ और दिन लग सकते हैं।
कुछ दिन और बनी रहेगी यही स्थिति
मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. रंजीत सिंह के मुताबिक, प्रदूषण के कारण बने घने कोहरे की चादर पंजाब से लेकर पूर्वी उत्तर प्रदेश यानी 800 किलोमीटर तक छा गई है। रविवार को पूरे दिन घने कोहरे के चलते अंधकार छाया रहा। दिल्ली में कई दिनों से सूर्यदेव दिखाई नहीं दिए हैं। हर तरफ केवल स्मॉग ही स्मॉग दिखाई देता है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पंजाब, हरियाणा और एनसीआर में शनिवार की शाम और रविवार की सुबह हल्की बारिश हुई।
चारों तरफ केवल स्मॉग ही स्मॉग
लेकिन इस हल्की फुहार से तत्काल राहत नहीं मिली है, क्योंकि हवाओं ने एनसीआर में औद्योगिक व पराली के धुएं के धुंध को और घना कर दिया। आंखों में जलन और बढ़ गई, सांस लेने में तकलीफ होने लगी। ऐसे में अब जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के ऊपरी हिस्से में बन रहे पश्चिमी विक्षोभ से बड़ी उम्मीदें हैं। रंजीत सिंह के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवाओं की रफ्तार और तेज होने से स्थिति में सुधार होगा। लेकिन उन्होंने कहा कि इसमें कुछ वक्त लगेगा।
दिल्ली और आसपास के कई राज्यों में प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक
शिमला, चंडीगढ़ और राजधानी दिल्ली से लेकर पूरे एनसीआर में 6 नवंबर से अगले 4-5 दिनों तक बारिश का अनुमान है। जबकि इस दौरान तेज हवाएं भी चल सकती हैं। वहीं, 4 नवंबर को भी एनसीआर में हवाओं की रफ्तार और तेज होगी, जिससे धुंध छंट सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण चंडीगढ़ और पंजाब में धुएं का प्रकोप थोड़ा कम हुआ है, लेकिन राजधानी दिल्ली की स्थिति में कुछ खास सुधार नहीं हुआ है। दूसरी तरफ, प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार और बीजेपी आमने-सामने है। बीजेपी राजधानी में ऑड-ईवन स्कीम का विरोध कर रही है।