दिल्ली की हवा 4 सालों के खतरनाक स्तर पर, आज से हालात सुधरने की उम्मीद
Recommended Video
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में कई दिनों से धूल का गुबार मुसीबत बना हुआ है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है और ऐसे में इंफेक्शन और भी बढ़ने का खतरा बना हुआ है। दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए निर्माण कार्यों पर रविवार तक के लिए उपराज्यपाल ने रोक लगा दी थी वहीं लोगों को ज्यादा देर इस माहौल में बाहर न रहने की सलाह भी दी गई है। हालांकि मौसम विभाग द्वारा कहा गया है कि शनिवार से इसमें कुछ सुधार देखने को मिल सकता है।
जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं लोग
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार चौथे दिन खतरनाक है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में हवा में प्रदूषण का स्तर 500 से अधिक रहा। PM10 का स्तर बुधवार को 8 गुना तक बढ़ गया था जोकि शनिवार को कुछ कम (500) हुआ है। PM2.5 भी शुक्रवार को खतरनाक स्तर पर रहा था लेकिन इसमें भी कमी दर्ज की है और ये 169 तक आया है। दिल्ली मे लोग अभी भी इस जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। हालांकि अनुमान है कि तेज हवा के साथ इसमें कुछ कमी आने वाले दिनों में देखने को मिल सकती है।
धूल की परत के बीच सांस लेने को मजबूर है दिल्लीवासी
दिल्लीवासी आसमान में छाए बादलों और धूल की परत के बीच सांस लेने को मजबूर है। वहीं दिल्ली का न्यूनतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सीजन के औसत से चार डिग्री अधिक था। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में आर्द्रता 53 फीसदी रही। हालांकि मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि शनिवार को दिन में आसमान में उथल-पुथल देखने को मिल सकती है और दिल्लीवासियों को इस खतरनाक वायु प्रदूषण से कुछ राहत मिल सकती है।
घर से बाहर निकलने पर मास्क का करें इस्तेमाल
हवा में फैले प्रदूषण के कारण यहां आंखों में जलन, जुकाम, सिरदर्द की शिकायतें लोगों के बीच बढ़ने लगी हैं। इस गर्मी में भी मास्क पहनना लोगों की मजबूरी हो गई है। सबसे ज्यादा नुकसान अस्थमा और सांस के रोगियों को हो रहा है, बच्चों और बुजुर्गों को भी सावधान रहने को कहा गया है। लोगों को सलाह दी गई है कि वो मास्क का इस्तेमाल बाहर निकलते वक्त करें और अधिक देर तक इस वातावरण में बाहर रहने से बचें।