अनशन पर बैठीं स्वाति मालीवाल, जंतर-मंतर से राजघाट पहुंची
नई दिल्ली। देश में बढ़ रही दुष्कर्म घटनाओं के खिलाफ और रेप की आरोपियों को जल्द से जल्द सजा की मांग को लेकर दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने मंगलवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं। पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देश का हवाला देते हुए यह अपील की है जिसमें शाम 5 बजे के बाद जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की इजाजत नहीं है। हालांकि, पुलिस की अपील के बाद वह रात करीब 11 बजे राजघाट चली गईं।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता और सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा के मुताबिक, स्वाति मालीवाल अपने समर्थकों के साथ जंतर-मंतर से उठकर राजघाट जाने के लिए तैयार हो गई हैं। जल्द ही राजघाट पर रिंग रोड के बगल में बनी सर्विस लेन में उनके लिए जरूरी इंतजाम कर दिए जाएंगे, जिसके बाद स्वाति आगे वहीं पर अपना धरना और अनशन जारी रखेंगी।
मालीवाल ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख आरोपियों को दोषसिद्धि के छह महीने के अंदर फांसी देने की भी मांग की थी। डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष ने जंतर-मंतर पर कहा, मेरी प्रधानमंत्री से यह मांग है कि बलात्कार पीड़ितों को फांसी की सजा दी जाए। हैदराबाद मामले के आरोपियों को फांसी पर लटका देना चाहिए। पिछले साल, मैंने प्रदर्शन किया था और 10 दिन के भीतर ही सरकार ने नाबालिगों से दुष्कर्म के आरोपियों को छह महीने के भीतर फांसी की सजा देने का कानून बनाया, लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ।
मालीवाल ने कहा, 'अब, मैं चाहती हूं कि सरकार यह कानून लागू करे। मैं कड़ी और त्वरित सजा देने की मांग कर रही हूं। हमें कानून के बेहतर क्रियान्वयन के लिए बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की आवश्यकता है। दिल्ली में 66,000 पुलिस अधिकारियों और 45 त्वरित अदालतों की कमी है।'
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