केजरीवाल और जिग्नेश मेवानी ने सवर्ण आरक्षण के पीछे बताई बीजेपी की ये चाल
नई दिल्ली। सवर्ण जातियों में ग़रीबों के लिए दिया जा रहा 10 प्रतिशत आरक्षण को लेकर मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने बुधवार को आरक्षण को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है और आरक्षण को बेहद खतरनाक बताया है। जिग्नेश के बहाने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी सवर्ण आरक्षण पर बीजेपी को निशाने पर लिया है।
SC, ST और OBC का सारा आरक्षण ख़त्म करके केवल आर्थिक आधार रखेंगे
बता दें कि, बुधवार को दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवाणी ने ट्वीट कर कहा कि, RSS के लोगों से बात हुई- भाजपा 10% ग़रीबों को आरक्षण क्यों दे रही है? जो पता चला वो बेहद ख़तरनाक है। RSS जाति आरक्षण के हमेशा से ख़िलाफ रही है। अभी पहले चरण में संविधान संशोधन करके आर्थिक आधार शुरू करेंगे। फिर SC, ST और OBC का सारा आरक्षण ख़त्म करके केवल आर्थिक आधार रखेंगे।
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सब लोगों को लग रहा है कि भाजपा कि यही चाल है
केजरीवाल ने जिग्नेश मेवाणी की ट्वीट पर सहमति जताते हुए उनके ट्वीट को रीट्वीट कर लिखा कि, मेरी कई लोगों से बात हुई। सब लोगों को लग रहा है कि भाजपा कि यही चाल है। बेहद ख़तरनाक। इसके अलावा जिग्नेश मेवाणी ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि, सवर्ण समुदाय के गरीबों को लाभ मिले उस बात की तकलीफ हरगिज नहीं, लेकिन जिनकी नियत हमेशा से संविधान और आरक्षण विरोधी रही है उन भाजपावालों का यह पैंतरा बडा खरनाक लग रहा है। कल को बाबा साहब और संविधान निर्माताओं ने जिस तर्ज़ पर आरक्षण दिया उसी को खत्म न किया जाए - असली खतरा तो यही है।
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लोकसभा में पास हुआ आरक्षण बिल
दें कि सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए लाया गया संविधान (124वां संशोधन) विधेयक लोकसभा में पारित हो गया है। लगभग पांच घंटे की चर्चा के बाद मंगलवार रात को विधेयक पर मतदान हुआ। विधेयक के समर्थन में 323 मत पड़े जबकि विरोध में केवल 3 मत डाले गए।
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