दिल्ली में हार के बाद जीते हुए BJP विधायक ने केजरीवाल पर बोला पहला हमला, कहा- वो तो पाकिस्तानी सेना के...
नई दिल्ली। दिल्ली का 'दंगल' समाप्त हो चुका है और जनता ने फिर से केजरीवाल के सिर ताज सजाई है। आपको बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जब से प्रचार शुरू हुआ था तब से ही राजनीतिक पार्टियां जमकर जहरीली बयानबाजी कर रही थीं। रेप, हत्या, गोली मारो, बिरयानी, करंट ये कुछ बयान थे जिसके आसपास मुद्दों से भटक चुकी दिल्ली चुनाव घूमती रही। अब चुनाव खत्म हो चुका है। 16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। बावजूद इसके नेताओं के जहरीले बयान नहीं थम रहे। विश्वास नगर से चुनाव जीतकर विधायक बने बीजेपी के ओपी शर्मा ने अरविंद केजरीवाल को लेकर फिर विवादित बयान दिया है। मीडिया से बातचीत में शर्मा ने अरविंद केजरीवाल एक भ्रष्ट नेता बताया।
ओपी शर्मा ने केजरीवाल को क्या कहा
ओपी शर्मा ने कहा कि केजरीवाल आतंकवादियों से सहानुभूति रखते हैं। वह पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता हैं। शर्मा ने कहा कि केजरीवाल भारतीय सेना पर सवाल खड़े करते हैं और टुकड़े-टुकड़े गैंग का साथ देते हैं। इसलिए उन्हें आतंकवादी कहना एकदम उचित है। मालूम हो कि विश्वासनगर विधानसभा सीट से भाजपा के ओम प्रकाश शर्मा ने 65830 वोट हासिल कर जीत हासिल की है। उनके खिलाफ आम आदमी पार्टी ने दीपक सिंगला को उतारा था, जिन्हें 49373 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के गुरचरण सिंह को यहां से महज 7881 वोट मिले हैं।
बीजेपी के कई नेता अरविंद केजरीवाल को कह चुके हैं आतंकी
बता दें कि यह भाजपा के पहले नेता नहीं हैं जिन्होंने अरविंद केजरीवाल को लेकर विवादित बयान दिया है। इससे पहले चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेताओं ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी बताया था। 28 जनवरी को पश्चिमी दिल्ली के मादीपुर विधानसभा क्षेत्र में एक सभा के दौरान पश्चिमी दिल्ली के बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल को आतंकवादी बताया था। प्रवेश वर्मा ने कहा था कि केजरीवाल अगर जीतकर आए तो मादीपुर की सड़कें शाहीन बाग बन जाएंगी। दिल्ली में केजरीवाल जैसे नटवरलाल और आतंकवादी छिपे हुए हैं, उन्हें बाहर निकालना है। प्रवेश वर्मा ने कहा था कि कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ें या दिल्ली में केजरीवाल जैसे आतंकवादी से।
दिल्ली चुनाव में आप की एकतरफा जीत
आपको बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर परचम लहराया है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में आम आदमी पार्टी को 62 सीटें मिली हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी सिर्फ 8 सीटों पर सिमटकर रह गई। दूसरी तरफ कांग्रेस का एक बार फिर सूपड़ा साफ हो गया और वह कोई भी सीट नहीं जीत सकी। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की यह हैट्रिक है और उसने दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है। हालांकि आम आदमी पार्टी को 2015 के मुकाबले में 5 सीटों का नुकसान हुआ है, वहीं भारतीय जनता पार्टी को इतनी सीटों का फायदा हुआ है।