दिल्ली विधानसभा पैनल ने फेसबुक के अधिकारी को समन किया, जानिए क्या है पूरा मामला?
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने फेसबुक इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजीत मोहन को समन किया है। आम आदमी पार्टी विधायक राघव चड्ढा की अध्यक्षता वाले पैनल ने सोशल मीडिया कंपनी के अधिकारी को भारत में जानबूझकर और इरादतन नफरत फैलाने वाले कंटेंट को लेकर कार्रवाई नहीं करने के आरोपों पर तलब किया है।
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अधिकारी को 15 सितंबर को दिल्ली विधानसभा में पेश होने को कहा गया है
आम आदमी पार्टी के नेता और राजेंद्र नगर से विधायक राघव चड्ढा की अध्यक्षता वाले पैनल ने एक नोटिस जारी कर मोहन को 15 सितंबर को दिल्ली विधानसभा परिसर में पेश होने को कहा है। समिति ने शनिवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि' मुख्य गवाहों के तीखे बयान के आधार पर समन जारी किए गए हैं, जिसमें उनके द्वारा रिकॉर्ड में दी गई सामग्री भी शामिल थी।
फेसबुक ने पूर्वोत्तर दिल्ली के दंगों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया थाः पैनल
समिति ने 31 अगस्त को अपनी दूसरी सुनवाई में कहा था कि प्रथम दृष्टया यह पाया है कि फेसबुक ने फरवरी में पूर्वोत्तर दिल्ली में दिल्ली के दंगों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था, जिसमें 53 लोग मारे गए थे और 400 से अधिक घायल हुए थे।
वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक लेख के आधार पर मिली थी शिकायत
दरअसल, समिति 14 अगस्त को वॉल स्ट्रीट जर्नल (डब्लूएसजे) में प्रकाशित एक लेख के आधार पर लोगों से प्राप्त कई शिकायतों का संज्ञान लेने के बाद मामले की जांच कर रही है। 'फेसबुक हेट स्पीच रूल्स के नियम भारतीय राजनीति से टकराते हैं नामक शीर्षक को उल्लेखित किया गया है।
आंखी दास ने कथित तौर पर दिल्ली हिंसा को बढ़ावा देने में हरी झंडी दिखाई?
रिपोर्ट में कहा गया है कि फेसबुक के अधिकारियों, विशेष रूप से भारत में शीर्ष सार्वजनिक नीति के कार्यकारी अधिकारी, आंखी दास ने कथित तौर पर व्यावसायिक अनिवार्यता का हवाला देकर भारत में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ जुड़े कम से कम चार व्यक्तियों और समूहों के लिए अभद्र भाषा के नियमों को लागू नहीं करने के बजाय हिंसा को बढ़ावा देने या भाग लेने के लिए आंतरिक रूप से झंडी दिखाई।