भाजपा किस वजह से कह रही है दिल्ली के असल रिजल्ट करंट लगा देंगे?
नई दिल्ली। सारे के सारे एग्जिट पोल किसी भी कीमत पर जहां दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाते नजर आ रहे हैं वहीं दिल्ली भाजपा और उसके अध्यक्ष मनोज तिवारी दावा कर रहे हैं कि असल चुनाव परिणाम चौंकाने वाले होंगे। मनोज तिवारी ने एग्जिट पोल को बकवास बताते हुए कहा है कि भारतीय जनता पार्टी 48 सीटें जीतकर दिल्ली के तख्त पर राज करेगी। आखिर मनोज तिवारी के इस दावे के पीछे की वजह क्या है। मनोज तिवारी ने जो तर्क दिए हैं उनको समझना जरूरी है कि वो कितने तार्किक हैं।
मनोज तिवारी ने एग्जिट पोल को बताया बकवास
मनोज तिवारी का दावा है कि एग्जिट पोल, वोटिंग पैटर्न की सही तस्वीर पेश नहीं करते। तिवारी का दावा है कि जिन एजेंसियों ने एग्जिट पोल किए, उन्होंने केवल दोपहर 3 बजे तक के ही आंकड़ों का आंकलन किया। तिवारी का दावा है कि दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में लोग 3 बजे के बाद ही वोट डालने निकले। कई मतदान केंद्रों पर 6 बजे की समयसीमा खत्म होने के बाद भी लंबी कतारें लगी रहीं और लोग दो घंटे बाद तक मतदान करते रहे, तिवारी का दावा है कि जबकि टीवी चैनलों ने 6 बजे से ही एग्जिट पोल के परिणाम दिखाना शुरू कर दिए। ऐसे में उनका तर्क है कि वोटिंग पूरी हुई बिना एग्जिट पोल के परिणाम, असल परिणामों को नहीं दिखा सकते।
'बीजेपी 48 सीटें जीतकर दिल्ली के तख्त पर राज करेगी'
हालांकि, हम अगर सबसे सटीक एग्जिट पोल माने जाने वाले इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया की बात करें तो उसने लोकसभा चुनाव और हाल ही में संपन्न झारखंड विधानसभा के चुनाव में करीब-करीब सही तस्वीर दिखाई थी और उस समय भी वोटिंग खत्म होने के तुरंत बाद एग्जिट पोल के परिणाम दिखाने शुरू कर दिए गए थे। यहां यह देखना भी जरूरी है कि एग्जिट पोल में सैंपलिंग के आधार पर अंतिम निष्कर्ष निकाले जाते हैं, इसके लिए वोटिंग के आखिरी दौर तक के आंकड़ों को इकट्ठा करना बहुत जरूरी नहीं माना जाता।
बीजेपी के दावों पर AAP ने उठाए सवाल
इस बीच आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के फाइनल वोटिंग प्रतिशत के आंकड़ों में देरी को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल भी उठाए हैं। AAP नेता मनीष सिसोदिया ने ट्वीट में लिखा, 'चुनाव आयोग ने वोटिंग से संबंधित डेटा जारी करने में इतना समय क्यों लिया?' हालांकि, इन आरोपों पर चुनाव आयोग ने रविवार शाम में दिल्ली चुनाव के आंकड़े जारी किए। चुनाव आयोग ने 62.59 फीसदी मतदान का अंतिम आंकड़ा जारी किया, जो 2015 के विधानसभा चुनाव से कम ही रहा। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने जांच रिपोर्ट के आधार पर ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ की सभी चर्चाओं को बेबुनियाद और फर्जी बताया।
11 फरवरी को फाइनल नतीजे, क्या केजरीवाल की होगी वापसी
फिलहाल दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच सभी को इंतजार 11 फरवरी का है, जब मतों की गिनती शुरू होगी। इसके बाद ही स्पष्ट होगा कि आखिर की दिल्ली की आवाम का असली फैसला क्या है? बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया था। उस समय AAP को 70 में से 67 सीटों पर कामयाबी मिली थी। दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) रही, जिनके खाते में 3 विधानसभा सीटें आई थीं।
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