दिल्ली चुनाव: BJP को जवाब देने के लिए AAP का नया नारा- 'मेरा वोट काम को, सीधे केजरीवाल को'
नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा का बिगुल बज चुका है। बीजेपी, आप, कांग्रेस समेत सभी पार्टियों में जोर-आजमाइश जारी है। 8 फरवरी को यहां वोट डाले जाएंगे जबकि 11 फरवरी को नतीजे घोषित होंगे। इससे पहले सभी दलों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक रखी है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और शाहीन बाग इस चुनाव में बयानबाजी का केंद्र बना हुआ है। आम आदमी पार्टी और बीजेपी इस मुद्दे पर एक दूसरे को घेरने का कोई मौका नहीं जाने दे रही। अब भारतीय जनता पार्टी के आरोपों का जवाब देने के लिए आम आदमी पार्टी आज से नया कैंपेन शुरू करने जा रही है।
'मेरा वोट काम को, सीधे केजरीवाल को' कैंपेन के तहत अगले 7 दिनों में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली के 50 लाख घरों में जाएंगे और केजरीवाल के रिपोर्ट-गारंटी कार्ड के बारे में लोगों को बताएंगे। साथ ही अपील करेंगे कि लोग केजरीवाल सरकार के कामों पर वोट करें। आम आदमी पार्टी के कैंपेन के तहत पार्टी के कार्यकर्ता लोगों के बीच जाकर यह बताएंगे कि बीते 5 साल में अरविंद केजरीवाल सरकार ने क्या-क्या काम किया और आने वाले 5 साल में केजरीवाल सरकार क्या-क्या करेगी।
Under 'Mera vote kaam ko, seedhe Kejriwal ko' campaign of AAP, leaders&volunteers of the party will go to 50 Lakh houses of Delhi in next 7 days,along with the 'guarantee card'&'report card' of Delhi govt&tell them of the works done in last 5 yrs&plans for next 5. #DelhiElections pic.twitter.com/KWRxmUinZj
— ANI (@ANI) January 28, 2020
साथ ही आम आदमी पार्टी का यह कैंपेन बीजेपी के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और शाहीन बाग जैसे मुद्दों पर पार्टी की ओर से जवाब होगा। आम आदमी पार्टी की कोशिश है कि दिल्ली में वोटिंग दिल्ली के मुद्दों पर, और केजरीवाल सरकार के कामों पर हो।
काम के आधार पर वोट मांगना है मकसद
आप ने जो नई रणनीति बनाई है, उसका मकसद सीधे वोटर्स तक पहुंचना है। पार्टी का मानना है कि चुनाव प्रचार सामग्री का वितरण ही काफी नहीं है। इसके बजाए अगर कार्यकर्ता घर-घर पहुंचते हैं और वहां के लोगों को बीते पांच साल के काम और आगामी गारंटी के बारे में बताते हैं तो यह ज्यादा बेहतर होगा।
केजरीवाल खुद नई दिल्ली सीट से चुनाव मैदान में हैं। वो यहां से दो बार पहले भी चुने जा चुके हैं। पिछले चुनाव में आप ने 70 में से 67 सीटें जीती थीं। तीन सीटें भाजपा के हिस्से आई थीं। कांग्रेस समेत बाकी किसी पार्टी का खाता तक नहीं खुल सका था।