दिल्ली की हवा हुई खराब, कई इलाकों का AQI 206 के पार, सांस लेने में हो रही दिक्कत
नई दिल्ली। हर साल सर्दियों के आस-पास दिल्ली की हवा प्रदूषित होने लगती है। इस बार लॉकडाउन के दौरान दिल्ली समेत पूरे भारत की हवा से प्रदूषण गायब हो गया था। लेकिन अक्टूबर के शुरूआत में ही जैसे ही हल्की ठंड का एहसास होने लगा है वैसे ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है। बाहरी दिल्ली के रोहिणी और जहांगीरपुरी इलाके में वायु गुणवत्ता स्तर खराब श्रेणी में पहुंच गया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, शुक्रवार को ही दिल्ली के रोहिणी इलाके में AQI 206 पहुंच गया है, जबकि जहांगीरपुरी में 230 हो गया है।
वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार में शुक्रवार को AQI 178 रहा, जिसे स्वास्थ्य के लिहाज से कतई अच्छा नहीं कहा जा सकता है। CPCB के मुताबिक, AQI के बढ़ने की स्थिति में यह स्वास्थ्य के लिहाज से ठीक नहीं है, खासतौर से बच्चों और बुजुर्गों में कई तरह की दिक्कत पेश आ सकती है। इस श्रेणी में वायु गुणवत्ता स्तर के होने के मतलब है कि लोगों को फेफड़ों की समस्या होगी और सांस लेने में दिक्कत पेश आएगी।
सर्दी के समय बढ़ता है प्रदूषण का स्तर
पर्यावरण मंत्री ने कहा कि जाड़े के समय में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। जब हवा के अंदर ठंड और नमी बढ़ती है उस समय पीएम 10 और पीएम 2.5 का घेरा दिल्ली के ऊपर बढ़ जाता है। इसके दो मुख्य कारण हैं पहला कारण दिल्ली के अंदर जो धूल प्रदूषण, बायोमास बर्निंग, वाहनों के माध्यम से अलग-अलग तरह के कण उत्सर्जित होते हैं वह दिल्ली की हवा में घूमते हैं और हवा बंधी होने के कारण वह बाहर नहीं जा पाते और नीचे आकर फेफड़े के जरिए हमारी सांसों को प्रभावित करते हैं।
दिल्ली सरकार किसानों को दे रही ये सुविधा
हालांकि दिल्ली सरकार इस बार पराली से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करती नजर आ रही है। इसी क्रम में सरकार ने दिल्ली के किसानों को मुफ्त में पराली को खाद में बदलने वाला रासायनिक घोल मुफ्त में देने की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली में विभिन्न एजेंसियों के साथ पौधारोपण का अभियान चल रहा है और दिल्ली के अंदर दो करोड़ पौधे लगाए जाएंगे।
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