दिल्ली: AAP ने की कपिल मिश्रा की उम्मीदवारी फौरन रद्द करने की मांग, जानिए वजह
नई दिल्ली- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा के बीच का विवाद चुनाव शुरू होने के बाद भी नजर आ रहा है। कपिल मिश्रा इस चुनाव में मॉडल टाउन से बीजेपी के प्रत्याशी हैं और आम आदमी पार्टी ने अब उनकी उम्मीदवारी पर ही सवाल उठा दिए हैं। पार्टी ने आरोप लगाया है कि मिश्रा ने अपने नामांकन पत्र में कई जानकारियां जानबूझकर छिपाई हैं, इसलिए उनकी उम्मीदवारी रद्द होनी चाहिए। पार्टी ने रिटर्निंग ऑफिसर पर भी उसकी शिकायतों को अनसुना करने का आरोप लगाते हुए दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को खत लिखकर फौरन उनकी उम्मीदवारी कैंसिल करने की मांग की है।
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कपिल मिश्रा की उम्मीदवारी के खिलाफ सीईसी को खत
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के मॉडल टाउन से भाजपा उम्मीदवार कपील मिश्रा की उम्मीदवारी रद्द करने के लिए दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी से शिकायत की है। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि आपत्ति के बावजूद रिटर्निंग ऑफिसर ने कपिल मिश्रा का नामांकन पत्र खामियों के बावजूद स्वीकार कर लिया है, इसलिए पार्टी ने अब सीईसी से उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और उनको आवंटित बीजेपी का चुनाव चिन्ह कैंसिल करने की मांग की गई है। आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि वह पिछले 10 वर्षों से सरकारी आवास में रह रहे हैं, लेकिन नामांकन पत्र में उससे संबंधित कॉलम को जानबूझकर उन्होंने खाली छोड़ दिया है। पार्टी का आरोप है कि उसने रिटर्निंग ऑफिसर के पास भी आपत्ति दर्ज कराई है, लेकिन वहां उसकी नहीं सुनी गई। इसलिए पार्टी ने इसमें सीईसी से दखल देने की मांग की है।
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फौरन रद्द हो कपिल मिश्रा की उम्मीदवारी- एएपी
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी उम्मीदवार कपिल मिश्रा के खिलाफ शिकायत में आरोप लगाया है कि वह 10 साल से सरकारी आवास में रह रहे हैं, लेकिन वहां बिजली, पानी, टेलीफोन खर्च का ब्योरा नामांकन पत्र में उन्होंने दर्ज नहीं किया है। जबकि पार्टी के मुताबिक नियमों के तहत ऐसा करना अनिवार्य है। पार्टी की ओर से लिखे गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि उन्होंने न तो नो ड्यूज सर्टिफिट ही लगाया है और न ही इससे संबंधित कॉलम्स को 26 नंबर फॉर्म में भरा ही है। पार्टी का आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर 26 नंबर फॉर्म में संबंधित कॉलम को खाली छोड़ दिया है। आम आदमी पार्टी के मुताबिक उन्होंने इस संबंध में रिटर्निंग ऑफिसर के पास भी आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन उन्होंने इसके बावजूद नामांकन दर्ज होने दिया। आरोपों के मुताबिक रिटर्निंग ऑफिसर ने कपिल मिश्रा की ओर से दिए गए दस्तावेजों की सर्टिफाइड कॉपी भी तत्काल उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया। इसलिए पार्टी ने मुख्य चुनाव अधिकारी से मांग की है कि कपिल मिश्रा की उम्मीदवारी रद्द करने का आदेश दिया जाए और उन्हें चुनाव चिन्ह न जारी किया जाय। ये पत्र पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज कुमार गुप्ता की ओर भेजा गया है।
केजरीवाल का साथ छोड़कर भाजपा में आए हैं कपिल
बता दें कि कपिल मिश्रा कभी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बहुत ही करीबी नेताओं में से एक थे। पिछला चुनाव में उन्होंने राजधानी की करावल नगर सीट से आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज की थी। उन्हें केजरीवाल ने अपनी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया। लेकिन, कुछ समय बाद केजरीवाल और मिश्रा में ऐसी सियासी जंग शुरू हुई कि उन्हें सरकार से अलग हो जाना पड़ा। जिसके बाद उन्होंने केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा ही खोल दिया। अब वह बीजेपी में शामिल हो चुके हैं और उसी के टिकट पर मॉडल टाउन से चुनाव मैदान में हैं।