देहरादून: मां के कत्ल के आरोप में बंद किशोरी की बालिका निकेतन में संदिग्ध मौत
नई दिल्ली। मां के कत्ल के आरोप में बंद किशोरी की देहरादून के बालिका निकेतन में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। दरअसल बुधवार को किशोरी बाथरूम में बेहोशी की हालत में मिली थी, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि पुलिस सूत्रों का दावा है कि जांच में फांसी लगाने की बात सामने आ रही है। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद साफ हो जाएगा।
घटना के बाद राज्य की महिला बाल विकार मंत्री रेखा आर्या ने बालिका निकेतन का दौरा किया और तीन सदस्यों की एक कमेटी बनाकार विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस के अनुसार बुधवार को शाम को किशोरी शेल्टर होम के टॉयलेट में गई और खुद को अंदर से बंद कर लिया। इसके बाद काफी देर तक जब वो बाहर नहीं निकली तो निकेतन के केयरटेकर और स्टॉफ के लोग टॉयलेट के पास पहुंचे तो देखा की वो खुद को अंदर में बंद कर रखी है। लेकिन जब इन लोगों ने दवराजों के बीच की जगह से अंदर देखा तो पता चला कि वो फांसी पर लटकी हुई है।
इसके बाद आनन-फानन में निकेतन का दरवाजा तोड़ा गया और किशोरी को दून मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बालिका निकेतन और के स्टॉफ के बयान के अनुसार पुलिस इसे सुसाइड मानकर चल रही है। इसके अलावा पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट की भी इंतजार है। किशोरी पर आरोप है कि उसने जिस्म फरोशी के धंधे में धकेलने के कारण 19 सितंबर की रात पाठल से अपनी मां सावित्री देवी की गर्दन, सिर और हाथ पर वार कर हत्या कर दी थी। इसके बाद करनाल पुलिस ने 25 सितंबर को उसे गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया था। इसके बाद तीन मई को अदालत के आदेश के बाद उसे हरिद्वार के बालिका निकेतन लाया गया था।
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