थर-थर कांपेगा पाकिस्तान, भारतीय वायुसेना की बढ़ेगी ताकत, मिलने वाला है ये घातक हथियार
नई दिल्ली। भारत पर नजरें गड़ाए दुश्मन देशों को अब भारतीय वायुसेना जवाब देने के लिए अपने बेड़े में 200 फाइटर जेट्स को शामिल करने वाला है। वायुसेना की ताकत बढ़ाने और घटते युद्धक विमान को देखते हुए भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। रक्षा सचिव अजय कुमार ने रविवार को बताया कि सरकार भारतीय वायुसेना के बेड़े में 200 फाइटर जेट्स को शामिल करने वाली है जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
वायुसेना में फाइटर जेट की कमी
गौरतलब है कि वायुसेना में फाइटर जेट की कमी के चलते सरकार ने लड़ाकू विमानों की सख्या बढ़ाने का ऐलान किया है। रक्षा सचिव अजय कुमार के मुताबिक वायुसेना को जल्दी ही 200 नए लड़ाकू विमान मिलने वाले हैं। उन्होंने बताया कि लड़ाकू विमानों की कमी को पूरा करने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया गया है जा आखिरी स्टेज पर है। इसके लिए एचएएल 83 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस मार्क 1 बनाएगा।
200 लड़ाकू विमानों का दिया कॉन्ट्रैक्ट
भारतीय तट रक्षक नौकाओं को कमीशन करने के मौके पर रक्षा सचिव अजय कुमार आगे बताते हैं कि वायुसेना के बेड़े में 110 अन्य विमानों को शामिल करने के लिए एक्स्प्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट जारी कर दिया गया है। जिसके आधार पर मैनुफैक्टर कंपनियों को रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल भेजा जाएगा और और कॉन्ट्रैक्ट की प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने बताया कि सभी विमानों की संख्या करीब 200 होगी जिन्हें आने वाले समय में वायुसेना को सौंपा जाएगा। मौजूदा और आवश्यकता को देखते हुए एचएएल के साथ इस संबंध में बात की गई है और कॉन्ट्रैक्ट की प्रक्रिया में तेजी से काम हो रहा है।
1999 में रिटायर हो गया था मिग-27
अजय कुमार ने बताया कि विमानों को जल्द से जल्द बनाने के लिए इसी साल एचएएल के साथ कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि पहले लड़ाकू विमानों का डिजाइन फाइनल किया जाएगा उसे बाद एचएएल 8 से 16 एयरक्राफ्ट का निर्माण करेगा। अजय ने बताया कि इस सिलसिले में अगर हमें आउटसोर्सिंग की जरूरत पड़ी तो हम इसे भी आगे बढ़ाएंगे। बता दें कि मौजूदा समय में भारतीय वायुसेना के पास मिराज 2000, 30 सुखोई, मिग 29, जगुआर और मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान हैं। मालूम हो कि मिग-27 विमानों को 27 दिसंबर 1999 में रिटायर किया गया है। इस लड़ाकू विमान ने कारगिल युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी।
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