दुश्मन की गोलाबारी के बीच BRO ने सीमा के पास बनाए 6 पुल, रक्षा मंत्री ने किया उद्घाटन
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने एक नया कीर्तिमान रचा है, जहां दुश्मन की गोलाबारी के बीच बीआरओ ने 6 ब्रिज तैयार कर दिए। जिसका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। साथ ही उन्होंने बीआरओ के सभी जवानों और अधिकारियों की इस जांबाजी की तारीफ की। इस दौरान बीआरओ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह और सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने रक्षा मंत्री को सीमा के बाकी प्रोजेक्ट की जानकारी दी।
17 ब्रिज का चल रहा काम
मामले में लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में बीआरओ 17 अहम ब्रिज बनाने का काम कर रही है। जिसमें से छह का काम पूरा हो गया। जिसका उद्घाटन आज रक्षामंत्री ने किया। इसके साथ ही इन पुलों पर आवाजाही शुरू हो गई है। वहीं 5 ब्रिज का काम अगले महीने पूरा कर लिया जाएगा। वहीं बाकी जो ब्रिज बचेंगे उनका काम मार्च 2021 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बीआरओ ने सभी ब्रिज का निर्माण कार्य तय वक्त से पहले पूरा किया है।
'गोलाबारी के बीच बनाया पुल'
ई-उद्धाटन समारोह के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अधिकारियों से जमीनी हालात की जानकारी ली। अधिकारियों ने रक्षामंत्री को बताया कि कैसे मुश्किल हालात में भी जवान सीमा पर काम कर रहे हैं और तय वक्त में सभी प्रोजेक्ट को पूरा कर रहे हैं। मामले में रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात को कहते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि इन पुलों का निर्माण दुश्मनों द्वारा निरंतर सीमा पर गोलाबारी के बावजूद समय पर पूरा कर लिया गया है। उन्होंने इस प्रोजेक्ट में शामिल सभी अधिकारियों और जवानों को बधाई दी।
43 करोड़ रुपये का खर्च
जिन छह पुलों का रक्षामंत्री ने उद्घाटन किया है, उसमें से चार अखनूर सेक्टर में हैं, जिनमें पलानी ब्रिज, घोड़ा ब्रिज, फाड़ी वाला ब्रिज भी शामिल हैं। सभी पुलों का काम तय वक्त से पहले पूरा हुआ है। पाकिस्तान सीमा का अखनूर सेक्टर काफी संवेदनशील माना जाता है, जहां आए दिन पाक सेना सीजफायर का उल्लंघन करती रहती है। इस 6 पुलों को बनाने में मजह 43 करोड़ रुपये का खर्च आया है। पाकिस्तान सीमा पर आवाजाही के लिए ये पुल काफी अहम साबित होंगे।
राजनेताओं को एकजुट होकर धोखेबाज चीन को सबक सिखाने के लिए करना होगा धैर्य से काम