रक्षा मंत्री सीतारमण ने कहा, सीजफायर का पूरा सम्मान लेकिन हर हमले का जवाब देगी सेना
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ आतंकवाद और वार्ता एक साथ नहीं चल सकती है। इसके साथ ही उन्होंने जम्मू कश्मीर में जारी सीजफायर और राफेल डील पर भी कई बातें कही हैं।
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ आतंकवाद और वार्ता एक साथ नहीं चल सकती है। इसके साथ ही उन्होंने जम्मू कश्मीर में जारी सीजफायर और राफेल डील पर भी कई बातें कही हैं। रक्षा मंत्री सीतारमण ने कहा है कि भारत युद्धविराम का सम्मान करता है लेकिन अगर उसे भड़काया गया तो फिर वह शांत नहीं बैठेगा और जवाब देगा।
अगर पाकिस्तान ने किया हमला तो देंगे जवाब
रक्षा मंत्री एक संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थीं। यहां पर उन्होंने कहा कि सरकार जम्मू कश्मीर में हुए युद्धविराम का पूरा सम्मान करती हैं लेकिन अगर पाकिस्तान ने इस क्षेत्र में हमले किए या फिर लगातार फायरिंग की तो फिर भारत इसका जवाब देगा। सोमवार को बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच मुलाकात हुई थी। एक हफ्ते से भी कम समय में हुई इस मुलाकात में दोनों देशों के टॉप कमांडर्स ने सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की थी। पिछले हफ्ते दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) ने फोन पर बात की थी। इसके बाद दोनों देश साल 2003 में हुए युद्धविराम समझौते को एक बार फिर से लागू करने पर राजी हुए थे।
हथियारों की कमी पर क्या बोलीं रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री ने कहा जब भी भी हमले होंगे तो भारत की सेना के पास इनका जवाब देने का पूरा अधिकार है। मई में केंद्र सरकार की ओर से सुरक्षाबलों को रमजान के दौरान सभी ऑपरेशंस को रोकने के निर्देश दिए गए थे। सीतारमण ने यह बयान इसी तरफ इशारा कर रहा था। उन्होंने कहा कि यह रक्षा मंत्रालय का काम नहीं है कि वह यह देखे यह सफल हुआ है या नहीं। हमारा काम बॉर्डर की सुरक्षा करना है और भड़काए जाने पर सेना रुकेगी नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि सेना को अलर्ट रहना होगा ताकि हर हमले का बराबर जवाब दिया जा सके। रक्षा मंत्री ने इस प्रेस कांफ्रेंस में राफेल डील में भ्रष्टाचार की बात को भी सिरे से नकार दिया। साथ ही कहा कि सेना के पास किसी भी तरह से हथियार और गोला बारूद की कमी नहीं है।