ICICI बैंक-वीडियोकॉन मामले में गिरफ्तार दीपक कोचर कोरोना पॉजिटिव, एम्स में भर्ती कराए गए
नई दिल्ली। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर चंदा कोचर के पति दीपक कोचर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। कोचर का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद सोमवार को उनको दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया है। जहां फिलहाल उनकी तबीयत ठीक बताई गई है। दीपक कोचर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 19 सितंबर तक ईडी की हिरासत में हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने आठ सितंबर को दीपक कोचर को गिरफ्तार किया था। ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत दीपक की गिरफ्तारी की है। यह कार्रवाई आईसीआईसीआई बैंक-वीडियोकॉन केस में हुई है, ये मामला साल 2012 में वीडियोकॉन ग्रुप को आईसीआईसीआई बैंक से मिले 3,250 करोड़ रुपए के लोन से जुड़ा है। ईडी ने डेढ़ साल पहले चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। नौ साल तक आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ रहीं चंदा कोचर वीडियोकॉन समूह को लोन दिए जाने के मामलों में आरोपों का सामना कर रही हैं। आरोप हैं कि आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ रहते हुए उन्होंने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया।
वीडियोकॉन ग्रुप को 2012 में आईसीआईसीआई बैंक ने 3,250 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था। यह कर्ज कुल 40 हजार करोड़ रुपये का एक हिस्सा था, जिसे विडियोकॉन ग्रुप ने एसबीआई के नेतृत्व में 20 बैंकों से लिया था। दावा है कि विडियोकॉन ग्रुप के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने 2010 में 64 करोड़ रुपये न्यूपॉवर रीन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड को दिए थे। इस कंपनी को खुद धूत ने दीपक कोचर और दो अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर खड़ा किया था। आरोप है कि यह 64 करोड़ रुपये न्यूपॉवर को गलत तरीके से फायदा पहुंचाने के लिए दिए गए। क्योंकि न्यूपॉवर के मालिक आईसीआईसीआई बैंक की उस वक्त सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर समेत उनके परिवार के सदस्य थ। ऐसे में आरोप है कि धूत ने यह कर्ज पाने के लिए गलत तरीका अपनाया और बैंक ने वित्तीय लाभ देकर यह कर्ज पास किया।
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