कमल हासन की टिप्पणी पर बहस, गोडसे हत्यारा या आतंकवादी
कमल हासन ने रविवार को तमिलनाडु के अरवाकुरिची में एक चुनावी अभियान को संबोधित करते हुआ कहा था कि नथुराम गोडसे आज़ाद भारत के पहले अतिवादी थे और वो हिन्दू थे.
अभिनेता कमल हासन के एक बयान पर भारी विवाद खड़ा हो गया है.
कमल हासन ने रविवार को तमिलनाडु के अरवाकुरिची में एक चुनावी अभियान को संबोधित करते हुआ कहा था कि नथुराम गोडसे आज़ाद भारत के पहले अतिवादी थे और वो हिन्दू थे. कमल हासन ने तमिल भाषा ये बात कही थी और उन्होंने तीव्रवादी शब्द का इस्तेमाल किया था. हालांकि अंग्रेज़ी और हिन्दी मीडिया में अतिवादी की जगह आतंकवादी शब्द कमल हासन के हवाले से कहा जा रहा है.
तमिल में आतंकवाद के लिए भयंकरवादी शब्द होता है जिसका इस्तेमाल कमल हासन ने नहीं किया है.
जनसभा को संबोधित करते हुए कमल हासन ने कहा कि वो उन लोगों में से हैं जो विविधता में एकता पर भरोसा करते हैं और लोगों के बीच समानता की चाहत रखते हैं. हासन ने कहा, ''हमारे राष्ट्र ध्वज में तीन रंग हैं जो कि अलग-अलग मतों का प्रतिनिधित्व करते हैं पर एक साथ रहते हैं.''
कमल हासन की जनसभा मुस्लिम बहुल इलाक़े में थी. उन्होंने कहा, ''मैं ये बात इसलिए नहीं कह रहा हूं कि मुस्लिम बहुल इलाक़े में हूं. मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि यहां गांधी की प्रतिमा है. आज़ाद भारत का पहला अतिवादी हिन्दू था और उसका नाम नथुराम गोडसे था. यहीं से अतिवाद शुरू होता है. अच्छे भारतीय समानता की चाहत रखते हैं और तिरंगे में तीनों रंगों को साथ रखना चाहते हैं. मैं एक अच्छा भारतीय हूं और इसे मैं गर्व से कहता हूं.''
अरवाकुरिची उन चार विधानसभा क्षेत्रों में से एक है जहां 19 मई को उपचुनाव होने हैं. कमल हासन की पार्टी मक्कल नीदि मय्यम ने एस मोहनराज को यहां से उम्मीदवार बनाया है.
कमल हासन के इस बयान को लेकर कई लोगों ने आपत्ति जताई है. बॉलीवुड अभिनेता और बीजेपी समर्थक विवेक ओबेरॉय ने ट्वीट कर कहा है, ''प्रिय, कमल सर, आप एक महान कलाकार हैं. जिस तरह से कला का कोई धर्म नहीं होता है उसी तरह से आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता. आप कह सकते हैं कि गोडसे आतंकवादी थे लेकिन अलग से 'हिन्दू' कहने की क्या ज़रूरत थी? क्या यह इसलिए है कि आप मुस्लिम बहुल इलाक़े में थे?''
विवेक ने अपने अगले ट्वीट में कहा है, ''सर, यह यह एक छोटे कलाकार की ओर से कही गई बात है. हम सब एक हैं और मुल्क को विभाजित न होने दें.''
अभिनेत्री कोयना मित्रा ने भी कमल हासन के बयान पर आपत्ति जताई है और ट्वीट कर कहा, ''कमल हासन सर, भारत के पहले आतंकवादी जिन्ना थे. उन्होंने मुस्लिमों के लिए देश को बाँटा और इसमें लाखों लोग मारे गए. आपको हत्यारे और आतंकवादी में फ़र्क़ पता होना चाहिए.''
कमल हासन की इस टिप्पणी पर समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह ने ट्वीट कर लिखा है, ''कमल हासन को रेखा के पिता ने आगे बढ़ाया, जो कि हिन्दू थे. पहली और आख़िरी पत्नी भी हिन्दू थी. अब वो ज़हरीली टिप्पणी कर रहे हैं. निश्चित तौर पर गोडसे हत्यारा था लेकिन वो 26/11 की तरह नहीं था. सभी मुसलमान आतंकवादी नहीं हैं पर ज़्यादातर आतंकवादी मुसलमान हैं.''
सीपीआईएमएल की नेता कविता कृष्णन ने कमल हासन का समर्थन किया है. कविता ने ट्वीट कर लिखा है, ''हां, जो कमलनाथ कह रहे हैं उसका प्रमाण है. गोडसे भारत का पहला आतंकवादी था. गांधी की हत्या भारत में पहली आतंकी कार्रवाई थी. ऐसा आपने आरएसएस या बीजेपी नेताओं के मुंह से कभी नहीं सुना होगा. प्रज्ञा ठाकुर के संगठन अभिनव भारत गोडसे और सावरकर से प्रभावित रहे हैं.''
कमल हासन की इस टिप्पणी को पाकिस्तान के मीडिया में भी जगह मिली है. पाकिस्तानी न्यूज़ बेवसाइट द न्यूज़ ने कमल हासन के बयान लेकर लिखा है कि भारत के मशहूर फ़िल्मकार ने कहा कि भारत का पहला आतंकवादी हिन्दू था जिसने गांधी की हत्या की थी.
तमिलनाडु की बीजेपी अध्यक्ष तमिलिसाइ सुंदरराजन ने कमल हासन के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है. सुंदरराजन ने कहा, ''कमल हासन को कोई हक़ नहीं है कि वो पूरे हिन्दू समुदाय को बदनाम करें. कमल हासन को श्रीलंका की घटना नहीं याद आई जहां हाल ही में सैकड़ों की जान ले गई. वो ऐसा उपचुनाव में वोट लेने के लिए कर रहे हैं.''