भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या 8 हजार से कम रहेगी, हेल्थ एक्सपर्ट का आंकलन
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, लॉकडाउन में छूट के बाद संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा देखा गया है। केरल, पंजाब और हरियाणा में कोरोना मरीजों का आंकड़ा उच्चतम स्तर को पार कर गया है। हालांकि अभी भी हैदराबाद के एक विशेषज्ञ का मानना है कि भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 8000 से भी कम हो सकती है, ऐसा भारत में सख्ती से नियमों का पालन और अस्पतालों की उच्च सतर्कता के चलते संभव किया जा सकता है।
देशभर में 4167 लोगों की हो चुकी है मौत
गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 1.45 लाख के पार पहुंच गया है, साथ ही अभी तक कोविड-19 से देशभर में कुल 4167 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में तेजी से बढ़ते मौत के आंकड़ों को देखते हुए हैदराबाद स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ के डायरेक्टर प्रोफेसर जीवीएस मूर्ति ने आंकलन लगाया है कि भारत में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा 8 हजार के अंदर ही रोका जा सकता है।
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8 हजार के अंदर ही रोकी जा सकती है मौत
जीवीएस मूर्ति ने कहा कि अगर देश में मानक मापदंड का सख्ती से पालन किया जाए और अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा जाए तो कोरोना वायरस से होने वाली मौतों को 8 हजार के अंदर ही रोका जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि, भारत में कोरोना वायरस से लड़ने को लेकर अलग-अलग परिस्थितियां हैं। जीवीएस मूर्ति के मुताबिक देश के अलग-अलग राज्यों में कोरोना का फैलाव विभिन्न स्तर पर हैं।
जिला और राज्य स्तर पर ध्यान देने की आवश्यकता
ऐसे ही वहां की स्वास्थ्य प्रणाली और साक्षरता दर भी एक दूसरे से अलग-अलग है, इसलिए हमें जिला और राज्य स्तर पर बढ़ रहे मामलों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। प्रोफेसर मूर्ति के मुताबिक 25 अप्रैल तक प्रति 10 लाख लोगों में संक्रमण का दर 17.6 फीसदी था जो अब 25 मई दर 99.9 फीसदी प्रति एक मिलिनय हो गई है। दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में देश के कुल मामलों का 70 फिसदी है।
10 लाख की आबादी पर रोज हो रही इतनी मौतें
जीवीएस मूर्ति की माने तो प्रति 10 लाख आबादी पर प्रतिदिन 2 लोगों की मौत हो रही है। कई राज्यों ने अपने यहा स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाया है जिससे मौत की रफ्तार को रोका जा सका है। प्रोफेसर मूर्ति का कहना है कि अगर अस्पतालों का हाई अलर्ट पर रखा जाए और देशभर में मानक मापदंड़ों का सही से पालन कराया जाए तो कोरोना से होने वाली मौतों को 7500 से 8000 के भीरत ही रोका जा सकता है। ऐसे में प्रति एक मिलियन (10 लाख) आबादी पर 4 से 5 मौतें ही होंगी।
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