पत्नी के मोबाइल पर आती थी 11 साल पहले 'मर चुके' पति की कॉल, सच्चाई खुली तो उड़े होश
बरेली में रहने वाली एक महिला के मोबाइल पर उसके उस पति का फोन आता था, जिसकी मौत 11 साल पहले हो चुकी थी। मामला खुला तो हर किसी के होश उड़ गए...
नई दिल्ली। यूपी के बरेली में रहने वाली एक महिला के मोबाइल पर उसके उस पति का फोन आता था, जिसकी मौत 11 साल पहले हो चुकी थी। इस पति की हत्या का आरोप भी उसकी इसी पत्नी के ऊपर था और केस अदालत में चल रहा था। महिला लगातार पुलिस अधिकारियों को बताती थी कि उसका पति जिंदा है और कहीं छुपकर रह रहा है। महिला ने अपने मोबाइल पर पति का फोन आने की बात भी बताई, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार महिला ने कोर्ट में अपनी फरियाद सुनाई और जब मामले का खुलासा हुआ तो बेहद चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई।
पत्नी पर लगा पति की हत्या का आरोप
दरअसल बरेली जिले के गुरुनानक नगर इलाके में 11 साल पहले जगजीत सिंह नाम का एक शख्स घर से अचानक गायब हो गया। जगजीत के परिजनों ने उसकी हत्या का शक जताया और जगजीत की पत्नी रविंदर कौर के खिलाफ ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में जगजीत के पिता ने अपनी बहू रविंदर कौर, उसके पिता जसवंत सिंह, भाई तरनप्रीत सिंह और हर्षत सिंह पर अपहरण और हत्या का आरोप लगाते हुए रायबरेली की अदालत में केस दर्ज कराया। जगजीत के पिता ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या कर शव को कहीं छुपा दिया गया है। दूसरी तरफ, जगजीत सिंह की पत्नी रविंदर कौर लगातार यह कहती रही कि उसका पति जिंदा है और जालंधर में कहीं छिप कर रह रहा है।
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इस हाल में मिला जगजीत सिंह
आखिरकार कोर्ट ने रविंदर कौर की बात सुनते हुए पुलिस को जगजीत सिंह को ढूंढने का निर्देश दिया। कोर्ट के आदेश के बाद जालंधर पुलिस जगजीत सिंह की तलाश में जुट गई। मामले में छानबीन की गई तो सच्चाई सामने आ गई। पुलिस को काफी मशक्कत के बाद जगजीत सिंह जालंधर में एक ढाबे पर बर्तन धोने की नौकरी करते हुए मिला। जगजीत सिंह ने अपने बाल कटवा रखे थे और भेष पूरी तरह बदल लिया था। वो ढाबे पर ही नौकरी करता और वहीं सो जाता था। शुरुआत में उसने इस बात से इंकार किया कि वही जगजीत सिंह है, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से उससे पूछताछ की तो वो टूट गया और खुद के जगजीत सिंह होने की बात मान ली। इसके बाद पुलिस थाने में रविंदर कौर ने उसकी पहचान की और बताया कि यही जगजीत सिंह है।
ट्रक ड्राइवरों से मोबाइल मांगकर करता था फोन
जानकारी के मुताबिक, जगजीत और रविंदर कौर के बीच शादी के बाद से ही अनबन रहती थी। दोनों के बीच विवाद बढ़ा तो रविंदर कौर ने जगजीत सिंह से खर्चे की मांग करते हुए उसके ऊपर केस डाल दिया। जगजीत ने खर्चा नहीं दिया और चुपचाप एक दिन घर से गायब हो गया। इसके बाद जगजीत पंजाब के जालंधर में भेष बदलकर एक ढाबे पर बर्तन धोने का काम करने लगा। जगजीत सिंह अपनी पत्नी को सबक सिखाना चाहता था, इसलिए उसके परिजनों ने उसकी पत्नी के ऊपर ही हत्या का आरोप लगा दिया। जालंधर में रहने के दौरान जगजीत सिंह ढाबे पर खाना खाने वाले ट्रक ड्राइवरों से मोबाइल मांगकर अपनी पत्नी को फोन करता और हेलो बोलते ही फोन काट देता।
फैसला आने से पहले ही खुली सच्चाई
इसके बाद जब रविंदर कौर को शक हुआ और उसने पता लगाया तो मालूम चला कि फोन कॉल जालंधर से आ रहे हैं। रविंदर कौर ने इस बात की जानकारी पुलिस के अधिकारियों को दी कि उसका पति जालंधर में छुपा है और वहीं से उसके मोबाइल पर फोन करता है। हालांकि पुलिस ने उसकी बात को अनसुना कर दिया। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर जब जालंधर पुलिस ने छानबीन की तो जगजीत सिंह एक ढाबे पर काम करते हुए मिला। उसने अपने बाल कटाकर अपना हुलिया पूरी तरह बदला हुआ था। जगजीत सिंह के मिलने के बाद रविंदर कौर ने भी राहत की सांस ली है, क्योंकि इस केस में कुछ दिन बाद फैसला आने वाला था।
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