जिस बेटी को सगी मां ने 1 लाख रुपए में बेचा, उसे दिल्ली महिला आयोग ने इस तरह बचाया
जिस बेटी को 1 लाख रुपए में सगी मां ने बेचा, उसे दिल्ली महिला आयोग ने इस तरह बचाया
नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवान इन दिनों स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे सेक्स रैकेट पर छापेमारी को लेकर चर्चाओं में हैं। पिछले कुछ दिनों में स्वाति मालीवाल और उनकी टीम कई स्पा सेंटर में चल रहीं अवैध गतिविधियों का भंडाफोड़ कर चुकी हैं। रविवार को दिल्ली महिला आयोग ने 15 साल की एक ऐसी लड़की को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया, जिसे उसकी सगी मां ने एक लाख रुपए में बेच दिया था। लड़की ने किसी तरह दिल्ली महिला आयोग की टीम से संपर्क किया और उसके बाद उसे बचाया गया। मामला खुलने के बाद और भी कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं।
'लड़की से कहा, दुल्हन की ड्रेस पहनकर तैयार हो जाओ'
जानकारी के मुताबिक, लड़की की मां ने पिछले हफ्ते उसे एक तस्कर को एक लाख रुपए में बेच दिया। मां ने उससे बताया कि वो उसकी बहन से मिलने बदरपुर जा रहे हैं, लेकिन बदरपुर ना जाकर वो उसे निजामुद्दीन के एक होटल में लेकर गई। होटल पहुंचने के बाद लड़की की मां ने शाहिद नाम के एक शख्स से कुछ बातचीत की और उसके बाद अपनी बेटी से कहा कि वो किसी काम से कहीं जा रही है, और शाहिद उसे घर छोड़ देगा। इसके बाद शाहिद लड़की को उसके घर ना ले जाकर बवाना की ईश्वर कॉलोनी में ले गया। वहां ले जाकर शाहिद ने लड़की से कहा कि दुल्हन की ड्रेस पहनकर तैयार हो जाओ।
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कर्ज उतारने के लिए सगी बेटी को बेचा
इसके बाद लड़की किसी तरह वहां से निकली और ऑटो पकड़कर बवाना की जेजे कॉलोनी स्थित अपने घर पहुंची। घर पहुंचकर लड़की ने पड़ोसियों की मदद से दिल्ली महिला आयोग की टीम से संपर्क किया। महिला आयोग की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और लड़की को बचाया गया। लड़की ने पुलिस को बताया कि वो यहां अपनी मां, सौतेले पिता और चार भाई-बहनों के साथ रहती थी। उसने बताया कि उसकी मां कर्ज में डूबी थी और कर्ज चुकाने के लिए उसने उसे बेच दिया। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 370ए के तहत एफआईआर दर्ज की है। हालांकि मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
एक साल के बेटे को भी बेच चुकी है महिला
लड़की ने दिल्ली महिला आयोग को यह भी बताया कि उसकी मां ने उसके एक साल के भाई को भी पिछले महीने एक तस्कर को बेचा था। पुलिस ने लड़की को शेल्टर होम भेज दिया है। इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, 'दिल्ली महिला आयोग ने 15 साल की बच्ची बचाई, जिसकी अपनी मां ने 1 लाख रुपए में उसे तस्कर को बेचा। उसकी शादी 62 साल के बुजुर्ग से करवाने वाले थे। हमने FIR भी करवाई, पर कोई अरेस्ट नहीं। एक हफ्ते में बवाना में दिल्ली महिला आयोग द्वारा दूसरा रेस्क्यू, पुलिस क्या कर रही है? क्यों बवाना जिस्मफिरोशी का अड्डा है?
वेश्यावृत्ति के चंगुल से नाबालिग को बचाया
आपको बता दें कि इससे पहले दिल्ली महिला आयोग ने बवाना इलाके से ही एक 15 साल की लड़की को वेश्यावृत्ति के चंगुल से छुड़ाया था। इस लड़की को नौकरी दिलाने के नाम पर देह व्यापार के दलदल में धकेला गया था। पीड़ित लड़की के मां-बाप का निधन हो चुका था और वो अपनी एक मासी के पास अपने छोटे भाई के साथ रहती थी। इस दौरान उसकी एक दोस्त ने अच्छी नौकरी दिलाने के नाम पर उसे लक्ष्मी नाम की एक महिला से मिलवाया। लक्ष्मी पीड़िता को अपने घर ले गई और मेकअप वगैरह कराने के बाद उसे पास की एक फैक्ट्री में लेकर गई, जहां और भी लड़कियां मौजूद थी। इस फैक्ट्री में लड़कियों से देह व्यापार कराया जाता था। लक्ष्मी गरीब घरों की लड़कियों को अपना शिकार बनाती थी और ग्राहकों से हर लड़की के 300 रुपए लेती थी। पीड़ित लड़की ने जब इस धंधे में उतरने से मना किया तो उसे अगवा कर उसके साथ चार लोगों ने बलात्कार किया।
लगातार एक्शन में दिल्ली महिला आयोग
पीड़ित लड़की को इस धंधे में उतरने को मजबूर करने के लिए बेरहमी से पीटा गया और सिगरेट से भी जलाया गया। बीते 10 सितंबर को 65 साल के एक शख्स ने पीड़िता के साथ बलात्कार किया। पीड़िता की मासी को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने दिल्ली महिला आयोग से संपर्क कर मामले की जानकारी दी। इसके बाद दिल्ली महिला आयोग की टीम ने मामले को लेकर दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, और पीड़िता को छुड़ाया गया। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद फिलहाल शेल्टर होम भेज दिया गया है। वहीं, मामले में पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।