स्वाति मालीवाल का हुआ तलाक, पति को लेकर ट्विटर पर लिखी ये बात
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अपने तलाक को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी है...
नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल और उनके पति नवीन जयहिंद के बीच तलाक हो गया है। स्वाति मालीवाल ने बुधवार को खुद ट्वीट करके अपने तलाक के बारे में जानकारी दी है। गौरतलब है कि स्वाति मालीवाल और उनके पति नवीन जयहिंद दोनों ही आम आदमी पार्टी में सक्रिय तौर पर शामिल हैं। स्वाति मालीवाल दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष हैं और नवीन जयहिंद हरियाणा में आम आदमी पार्टी की कमान संभाले हुए हैं। स्वाति मालीवाल महिला सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर काफी सक्रिय रहती हैं। हाल ही में स्वाति मालीवाल ने निर्भया गैंगरेप में दोषियों की जल्द फांसी को लेकर भूख हड़ताल भी की थी।
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'मैं नवीन को हमेशा मिस करूंगी'
बुधवार को स्वाति मालीवाल ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट लिखते हुए कहा, 'जीवन का सबसे दुखद पल उस वक्त आता है, जब आपकी परियों वाली कहानी खत्म हो जाती है। मेरी हो गई है। नवीन और मेरे बीच तलाक हो गया है। कभी-कभी सबसे अच्छे लोग भी एक साथ नहीं रह पाते। मैं नवीन को हमेशा मिस करूंगी और उस जीवन को भी मिस करूंगी, जो हम साथ बिता सकते थे। हर दिन मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि वे हमें और हमारे जैसे लोगों को इस दुख से निपटने की ताकत दें।'
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आंदोलन के दौरान हुई थी स्वाति और नवीन की मुलाकात
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद स्वाति मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल के एनजीओ 'परिवर्तन' से लेकर पर्यावरण के लिए काम करने वाले अंतराष्ट्रीय एनजीओ 'ग्रीनपीस' तक के लिए काम किया। अरविंद केजरीवाल के साथ जन वितरण प्रणाली में सुधार लाने और सूचना के अधिकार के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्वाति ने काफी काम किया। आंदोलन के दौरान ही स्वाति नवीन जयहिंद ले मिलीं और दोनों ने शादी कर ली। नवीन जयहिंद भी लोकपाल आंदोलन के काफी पहले से केजरीवाल के साथ जुड़े रहे हैं।
2015 में बनीं थी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष
स्वाति मालीवाल जुलाई 2015 में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बनाई गईं थी। इसके बाद 2018 में उनका कार्यकाल अगले तीन साल के लिए बढ़ा दिया गया। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बनने से पहले स्वाति मालीवाल दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री जन शिकायत प्रकोष्ठ की प्रमुख थीं। मुख्यमंत्री के जनता संवाद में आने वाले लोगों की समस्याओं के समाधान की जिम्मेदारी उन्हीं की थी। पिछली विधानसभा में स्वाति मालीवाल आम आदमी पार्टी के 27 विधायकों के MLA फंड के कामकाज की मॉनिटरिंग भी कर चुकी हैं।
समाजसेवा को करियर के तौर पर चुना
जन लोकपाल आंदोलन के लिए बनी इंडिया एगेंस्ट करप्शन की कोर कमेटी जिसमें अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण, किरण बेदी आदि सदस्य थे, उसमें स्वाति मालीवाल सबसे कम उम्र की सदस्य थीं। 15 अक्टूबर 1984 को दिल्ली से सटे गाजियाबाद में जन्मीं स्वाति मालीवाल के पिता अशोक मालीवाल एयर फोर्स में रहे हैं जबकि मां संगीता मालीवाल वाइस प्रिंसिपल। स्वाति मालीवाल ने दिल्ली की आईपी यूनिवर्सिटी से इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में इंजिनियरिंग की डिग्री हासिल की। इंजिनियरिंग के आखिरी दिनों में ही वो केजरीवाल से मिलीं और इसके बाद उन्होंने समाजसेवा को करियर के तौर पर चुनने का फैसला किया।
निर्भया के दोषियों की फांसी के लिए किया था अनशन
आपको बता दें कि स्वाति मालीवाल अक्सर महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर आंदोलन करती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने 2012 के बसंत विहार गैंगरेप मामले में निर्भया के चारों दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाने की मांग को लेकर अनशन किया था। स्वाति मालीवाल का अनशन 13 दिनों तक चला, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इससे पहले दिल्ली में स्पा सेंटरों की आड़ में चल रहे देह व्यापार को लेकर भी स्वाति मालीवाल ने छापेमारी करते हुए कई लड़कियों को देह व्यापार के दलदल से निकाला था।