डीएमके की बैठक में बोले स्टालिन, पिता के पदचिन्हों पर चलूंगा, सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी
चेन्नई। डीएमके प्रमुख एम. करुणानिधि के निधन के बाद पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने मंगलवार को पार्टी नेताओं की अहम बैठक बुलाई। इस बैठक में उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि वो अपने पिता के पदचिन्हों का अनुसरण करेंगे, साथ ही सभी बाधाओं को भी दूर करेंगे। स्टालिन ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनके समर्थन का आश्वासन दिया है। उन्होंने आगे कहा कि करुणानिधि के बिना कार्यकारी समिति की बैठक आयोजित करना अविश्वसनीय है। जहां एक ओर पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपना नेता खोया है, वहीं दूसरी ओर मैंने अपना मेंटर और पिता खोया है।
डीएमके नेताओं की अहम बैठक को संबोधित करते हुए एमके स्टालिन ने कहा कि हम सबको एक होकर डीएमके को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाने की जरूरत है। मेरा सपना है कि कलैग्नर की सरकार बनाने के सपने को पूरा करना है। इस कठिन समय में हम सभी को एक-दूसरे के साथ रहने की जरूरत है। मरीना बीच पर करुणानिधि की समाधि से जुड़े मामले पर स्टालिन ने कहा कि मैं इस जीत का श्रेय अपने वकीलों को देता हूं।
बता दें कि करूणानिधि का निधन 7 अगस्त को कावेरी अस्पताल में हुआ था। उनके निधन को एक हफ्ता भी नहीं हुआ कि परिवार में करुणानिधि की विरासत को लेकर झगड़ा शुरू हो गया है। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) से निष्कासित करुणानिधि के बड़े बेटे एमके अलागिरी ने उनकी विरासत पर अपना दावा ठोका है। उन्होंने कहा कि उनके सभी रिश्तेदार, पिता के समर्थक और सभी सहयोगी उनके साथ हैं। अलागिरी का ये बयान डीएमके कार्यकारी समिति की बैठक से ठीक पहले आया था।
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