VIDEO:बड़े बड़े भाषण केवल खोखलापन,लेफ्ट और राइट इंडिया में फंसी सरकार- राहुल गांधी
राहुल गांधी से जब पूछा गया कि उनकी नजर में देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती क्या है तो उनका जवाब था कि सबसे बड़ी चुनौती नौकरियों की कमी है।
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को नेशनल हेराल्ड का स्मारक प्रकाशन जारी किया। बेंगलुरु के अंबेडकर भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी और राज्यपाल वजूभाई रुदाभाई मौजूद रहे। नेशनल हेराल्ड को रीलॉन्च करते हुए राहुल ने उम्मीद जताई कि ये अखबार सच लिखेगा। इस मौके पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि देश में दलितों को मारा जा रहा है अल्पसंख्यकों का बुरा हाल है।
देश में नौकरियों की भारी कमी
राहुल गांधी ने नेशनल हेराल्ड को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि देश में नौकरियों की भारी कमी है, असंतोष बढ़ रहा है जो कि चिंता का विषय है। राहुल गांधी से जब पूछा गया कि उनकी नजर में देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती क्या है तो उनका जवाब था कि सबसे बड़ी चुनौती नौकरियों की कमी है। पीएम मोदी ने दो करोड़ नौकरियां हर साल देने का वायदा किया था, लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार ने देश को पिछले तीन सालों की सबसे ज्यादा बेरोजगारी दी है। हर साल दो लाख नौकरियां जनता की उम्मीदों की भरपाई नहीं हो सकती। वहीं राहुल गांधी ने कहा कि चीन पिछले पांच सालों में हर साल एक करोड़ बीस लाख नये लोगों को रोजगार दे रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि नौकरीविहीन विकास से सामाजिक असंतोष बढ़ रहा है। गांवों से बड़ी तादाद में लोग शहरों की तरफ पलायन कर रहे हैं, लेकिन शहर में उनके पास नौकरी नहीं है, शिक्षा नहीं है। केंद्र की मोदी सरकार स्वास्थ्य सेवा जैसे मूलभुत मुद्दे पर भी फेल साबित हो रही है।
#WATCH Govt has many schemes;Start Up India, Stand Up India, Sit Down India,Move Left India,Go Right India but no employment generation: RG pic.twitter.com/vOS34uUlOQ
— ANI (@ANI_news) June 12, 2017
साप्ताहिक रूप से प्रकाशित होगा नेशनल हेराल्ड
आपको बता दें कि जवाहरलाल नेहरू द्वारा स्थापित अखबार नेशनल हेराल्ड का सोमवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में दोबारा लॉन्च किया गया। जवाहरलाल नेहरू द्वारा 1938 में शुरू किया गया ये अखबार अब साप्ताहिक रूप से प्रकाशित होगा। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आजादी की 70वीं वर्षगाठ के मौके पर नेशनल हेरल्ड की एक विशेष स्मारिका भी लॉन्च की थी।