दलाई लामा बोले- हमारे पास सच्चाई की ताकत, चीनी कम्युनिस्टों के पास बंदूक की ताकत
नई दिल्ली। तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा इन दिनों बोध गया में हैं, वे यहां पर 14 दिनों तक रहेंगे। बोध गया में तिब्बती धर्मगुरु ने चीन को लेकर कहा कि सच्चाई की ताकत बंदूक की ताकत से मजबूत होती है। उनसे पूछा गया था कि चीन को वे क्या संदेश देना चाहते हैं। दलाई लामा ने कहा, 'चीन के कम्युनिस्टों के पास बंदूक की ताकत है और हमारे पास सच्चाई की ताकत है।'
दलाई लामा ने आगे कहा कि लंबी लड़ाई में सच्चाई की ताकत बंदूक की ताकत से ज्यादा मजबूत होती है। तिब्बत में स्थानीय आबादी की बगावत को चीन द्वारा कुचलने के बाद दलाई लामा को 1959 में भारत में शरण लेनी पड़ी थी। दलाई लामा बोध गया में कड़ी सुरक्षा के बीच रह रहे हैं। उनकी सुरक्षा में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
बोध गया में उनका भव्य स्वागत किया गया था। बोध गया में दलाई लामा के दौरे को देखते हुए सुरक्षा कारणों से महाबोधि मंदिर में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर भी धर्मगुरु की वापसी तक रोक लगा दी गई है। दलाई लामा ने कहा कि चीन में बौद्ध धर्म के अनुयायियों की संख्या अधिक है और वहां के लोगों को भी ये महसूस होने लगा है कि जिस बौद्ध धर्म को हम मानते हैं, वह सत्य है।
#WATCH Dalai Lama in Gaya, on 'what message does he have for Chinese govt': We have the power of truth. Chinese communists have the power of gun. In the long run, power of truth is much stronger than power of gun. #Bihar pic.twitter.com/dzp6gEMoUh
— ANI (@ANI) December 25, 2019
उन्होंने कहा कि चीन के विश्वविद्यालयों में बौद्ध धर्म के स्कॉलर्स की संख्या बढ़ रही है, वहां अब परिस्थितियां बदल रही हैं। लामा ने कहा कि प्राचीन भारतीय ज्ञान बहुत उपयोगी है, अहिंसा और करुणा दुनिया को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत में इस ज्ञान को पुन: स्थापित करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया को अहिंसा और करुणा को अपनाना चाहिए।
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