डेलीहंट "ट्रस्ट ऑफ दि नेशन सर्वे" - भारत ने जताया मोदी पर सबसे ज्यादा भरोसा
Recommended Video
नई दिल्ली। समाचार और स्थानीय भाषाओं में कंटेंट मुहैया कराने वाले भारत के नंबर 1 एप्लीकेशन, डेलीहंट ने आज अपने प्रतिष्ठित सर्वे "ट्रस्ट ऑफ द नेशन" के परिणामों की घोषणा की। यह राजनीतिक सर्वेक्षण डेलीहंट और नील्सन इंडिया के साझा प्रयासों के साथ करवाया गया है। इस सर्वेक्षण का सबसे अच्छा वर्णन भारत के सबसे बड़े और सबसे निर्णायक एवं स्वतंत्र रूप से करवाये गये राजनीतिक डिजिटल सर्वेक्षण के रूप में किया गया है, जिसमें भारत और विदेशों से 54 लाख से अधिक उत्तरदाताओं ने भाग लिया।
इस अनूठे सर्वेक्षण में देश की चारों दिशाओं में- एक छोर से दूसरे छोर तक के लोगों ने भाग लिया, जिनमें असली भारत के मतदाता शामिल हैं। यानी कि वो मतदाता जो भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों में रहते हैं। इनके अलावा महत्वपूर्ण मेट्रो शहरों से लोग शामिल हुए और वे भी सक्रिय रूप से शामिल हुए जिन्होंने भारत में वोट देने के लिये पहली बार पंजीकरण करवाया है।
पोल की कार्य प्रणाली:
*
डेलीहंट
और
नील्सन
इंडिया
ने
संयुक्त
रूप
से
सर्वेक्षण
को
तैयार
किया,
जिसे
डेलीहंट
के
प्लेटफार्मों
पर
होस्ट
किया
गया
और
अंग्रेजी,
हिन्दी,
तेलुगु,
कन्नड़,
बांग्ला,
गुजराती,
मराठी,
तमिल,
मलयालम
और
ओडिया
जैसी
10
भाषाओं
में
क्रियान्वित
किया
गया।
*
डेलीहंट
ने
डेटा
एकत्र
किया
और
नील्सन
के
एपीआई
के
माध्यम
से
इसे
नील्सन
को
मुहैया
कराया
*
नील्सन
इंडिया
ने
अंतरराष्ट्रीय
स्तर
पर
स्वीकृत
उन
मानदंडों
और
मानकों
के
आधार
पर
आंकड़ों
को
एकत्रित
किया,
जो
ऐसे
सर्वेक्षणों
पर
लागू
होते
हैं
*
उत्तरदाता
विभिन्न
आयु
समूहों
(18-24,
25-34
और
35+
वर्ष)
और
लिंग
के
थे
*
"ट्रस्ट
ऑफ
दि
नेशन"
ने
उत्तरदाताओं
से
10
वैकल्पिक
प्रश्नों
के
उत्तर
देने
का
अनुरोध
किया
मुख्य अंश | डेलहंट ट्रस्ट ऑफ दि नेशन सर्वे
* 63% उत्तरदाताओं ने 2014 (जब वह सत्ता में आए) की तुलना में नरेंद्र मोदी पर अधिक अथवा समान स्तर का विश्वास व्यक्त किया, और पिछले चार वर्षों से उनकी नेतृत्व क्षमताओं पर संतुष्टि व्यक्त की।
50% से अधिक उत्तरदाताओं का मानना है कि नरेंद्र मोदी का दूसरा कार्यकाल उन्हें बेहतर भविष्य प्रदान करेगा।
फोन के प्रयोग को आय के स्तर के संकेतक के रूप मानें तो, 90% उत्तरदाता छोटे और मध्यम श्रेणी के फोन के उपयोगकर्ता हैं, और वे नरेंद्र मोदी के समर्थक के रूप में सामने आए। जबकि हाई-एंड फोन के उपयोगकर्ता इसके विपरीत दिखे।
उत्तर, दक्षिण, पश्चिम और पूर्वी भारत में 'विश्वास' और 'भरोसा' कारकों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया गया, जिनमें निम्नलिखित दिलचस्प बातें सामने आयीं:
भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने के सवाल पर 60% उत्तरदाताओं ने सबसे ज्यादा नरेंद्र मोदी पर भरोसा किया है। दिलचस्प बात यह है कि इस श्रेणी में आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना में प्राथमिकता मिली।
62% उत्तरदाताओं को भरोसा है कि राष्ट्रीय संकट के दौरान राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिए नरेंद्र मोदी सर्वश्रेष्ठ हैं, इसके बाद राहुल गांधी, (17%), अरविंद केजरीवाल, (8%), अखिलेश यादव, (3%) और मायावती, (2%) क्रमशः हैं।
"नील्सन एक वैश्विक माप और डेटा विश्लेषक कंपनी है, जो दुनिया भर में उपभोक्ताओं और बाजारों के पूर्ण और भरोसेमंद दृश्य को प्रदान करती है। हमें इस सर्वेक्षण का हिस्सा बनने में प्रसन्नता हो रही है, जहां हमने निष्कर्ष तक पहुंचने के लिये सर्वे को तैयार करने व डेलीहंट से प्राप्त आंकड़ों के अध्ययन में अपनी स्वर्ण मानक वैज्ञानिक पद्धति का उपयोग किया," प्रसून बसु, नील्सन- दक्षिण एशिया के अध्यक्ष ने कहा।