DAC ने 9100 करोड़ के उपकरणों की खरीद को दी मंजूरी, पानी के अंदर भी दुश्मन के छक्के छुड़ा सकेंगे T-90 टैंक्स
नई दिल्ली। सेना को पानी के अंदर ताकत देने के मकसद से रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) ने टी-90 टैंक्स के लिए पानी के अंदर कारगर होने वाले खास तरह के उपकरणों की मंजूरी दी गई है। मंगलवार को डीएसी ने करीब 9100 करोड़ रुपए की खरीद को मंजूरी दी है जिसमें आकाश मिसाइल की रेजीमेंट को अपग्रेड करने के अलावा टैंकों को और शक्तिशाली बनाने के मकसद से उपकरणों की खरीद को मंजूरी मिल गई है।
क्या है टैंकों के लिए वह खास उपकरण
रक्षा मंत्रालय की ओर से इंडीव्यूजुअल अंडर-वॉटर ब्रीदिंग एप्रेट्स यानी आईयूडब्लूयबीए उपकरणों को मंजूरी मिली है। इन उपकरणों को टी-90 टैंक्स में फिट किया जाएगा। ये उपकरण टैंक के क्रू की तरफ से प्रयोग किए जाते हैं। इन्हें सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम माना जाता है और पानी के अंदर किसी भी आपातकाल की स्थिति में क्रू आसानी से निकल सकता है। इस उपकरण को डिफेंस रिसर्च डिजाइन ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) की लैब डेबेल की ओर से डेवलप किया गया है।
मेक इन इंडिया के तहत हुए तैयार
डीएसी ने इसके अलावा टी-90 टैंक्स के गाइडेड वेपेंस सिस्टम के लिए टेस्ट इक्विपमेंट्स को भी मंजूरी दे दी है। इस उपकरण को भी डीआरडीओ की ओर से डेवलप किया जाएगा। टैंक के वेपेन सिस्टम को चेक करने के लिए इंस्टॉल टेस्ट इक्विपमेंट्स में अगर कोई समस्या आ जाएगी तो उसे आसानी से इन उपकरणों की मदद से ठीक किया जा सकेगा। इन उपकरणों को पहले विदेशी कंपनी से खरीदा गया था लेकिन बाद में मेक इन इंडिया मुहिम के तहत देश में तैयार किए गए।
464 टी-90 टैंक्स का ऑर्डर
सेना की ओर से टैंक बटालियन को और ताकतवर बनाने के मकसद से पिछले दिनों 464 टी-90 टैंक्स का ऑर्डर दिया गया है। करीब 3500 करोड़ रुपये की कीमत से इन टैंक्स को ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में डेवलप किया जाएगा। सूत्रों की मानें तो साल 2022-23 में इन टैंकों को इंडियन आर्मी में शामिल किया जा सकता है।