राफेल डील पर बोले मनमोहन सिंह, लगता है दाल में कुछ काला है
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में अपने चुनाव प्रचार से पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। मनमोहन सिंह ने बुधवार को चुनावी राज्य मध्य प्रदेश के इंदौर में केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, राफेल मामले में देश की जनता को काफी संदेह है। जनता मांग कर रही है कि इसकी जांच के लिये सरकार संयुक्त संसदीय समिति की जांच को मान जाये। लेकिन सरकार इसके लिये तैयार नहीं, जिससे पता लगता है कि दाल में कुछ काला है।
नोटबंदी संगठित लूट का हिस्सा है
मनमोहन सिंह ने कहा कि, मोदी सरकार नोटबंदी को समय-समय पर गलत तर्क देकर सही ठहराने की कोशिश कर रही है। यह मोदी सरकार की सबसे बड़ी विफलता है। नोटबंदी के कोई भी उद्देश्य पूर्ण हुआ है। उन्होंने कहा कि, मैंने पहले ही संसद में कहा था कि यह संगठित लूट का हिस्सा है। जबकि जीएसटी पर उन्होंने कहा कि इसे बगैर पूरी तैयारी और खास योजना के साथ लागू किया गया।
वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक का रिश्ता नाजुक होता
पूर्व प्रधानमंत्री ने रिजर्व बैंक को लेकर विवाद पर कहा कि वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक का रिश्ता नाजुक होता है। उन्होंने कहा कि सरकार और रिजर्व बैंक को आपस में मिलकर बेहतर तरीके से काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश को चलाने की जिम्मेदीर सरकार की होती है। पूर्व पीएम ने कहा कि, मोदी सरकार पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार से लड़ने के वादे पर सत्ता में आई। उसका कार्यकाल समाप्त होने में कुछ ही महीने बचे हैं, लेकिन, हम मोदी सरकार के तहत भ्रष्टाचार को सिर्फ बढ़ते हुए देख रहे हैं। व्यापम घोटाले ने हमारे 70 लाख युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया, जिसमें 50 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवा दी। ई-निविदा घोटाले में कुछ निजी कंपनियों के पक्ष में सरकारी बोलियों में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गई।
हमने मध्यप्रदेश के साथ कभी कोई भेदभाव नही किया
सिंह ने कहा कि, 10 साल तक केंद्र में यूपीए सरकार का नेतृत्व करने वाले मनमोहन सिंह ने खुद को रिमोट सरकार कहे जाने की बात को खारिज करते हुए कहा कि हमारी सरकार की कोशिश यह थी कि सबको साथ लेकर चला जाए। हम सबको साथ लेकर चले, यही कारण रहा कि सरकार और पार्टी के बीच किसी तरह का कोई अंतर नहीं रहा। मनमोहन ने कहा कि मध्य प्रदेश के किसानों को अपनी फसलों का एमएसपी तक नहीं मिल पा रहा है। खाद, कीटनाशकों और कृषि उपकरणों पर जीएसटी ने किसानों के कंधे पर जरूरत से ज्यादा बोझ डाल दिया है। हमने मध्यप्रदेश के साथ कभी कोई भेदभाव नही किया, इसके गवाह खुद शिवराज सिंह चौहान है।
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