चक्रवात "ओखी" के कहर से 12 लोगों की मौत, सेना ने 200 मछुआरों को बचाया
नई दिल्ली। केरल और तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान 'ओखी' का कहर जारी है। केरल में सेना ने तूफान में फंसे 200 से ज्यादा मछुआरों को सुरक्षित निकाला जा चुका है लेकिन अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि कितने मछुआरे लापता हैं। मौसम विभाग का कहना है कि शनिवार को शाम 6 बजे के बाद केरल के तट से ऊंची-ऊंची लहरें टकराएंगी। इनकी ऊंचाई 3 से 5 मीटर के लगभग हो सकती है।
12 लोगों की जान जा चुकी है
आईएमडी और महासागर सूचना सेवाओं के लिए भारतीय राष्ट्रीय केंद्र द्वारा जारी एक संयुक्त मौसम बुलेटिन में कहा गया है कि, लक्ष्द्वीप पर केंद्रित गंभीर चक्रवात तूफान के अगले 24 घंटों में तेज होने की संभावना है। द्वीपों के कम से कम 10 स्थानों पर अगले 24 घंटों में 4.8-7.4 मीटर से अधिक ऊंची लहरें उठेंगी साथ ही भारी बारिश भी होगी। मौसम विभाग ने शनिवार को इसके और तेज होने का अंदेशा जताया है। इसके कारण पहले ही तटवर्ती राज्यों में बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हो चुका है। 12 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
तटीय इलाकों में चक्रवात के कारण भारी बारिश जारी
केरल और दक्षिण तमिलनाडु के तटीय इलाकों में चक्रवात के कारण भारी बारिश जारी है, जिससे सामान्य जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इधर दक्षिण रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि कन्याकुमारी और नागरकोइल में कुछ रेल सेवाएं रद्द की गई हैं, जबकि कुछ रेलगाड़ियां विलंब से चल रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार ओखी चक्रवात के अगले चार दिन में उत्तर तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र तट की तरफ बढ़ने के आसार हैं। नीलगिरी, कोयम्बटूर, थेनी और डिंडिगुल में भारी बारिश होने की संभावना है।
तमिलनाडु ने मृतकों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये की सहायता की घोषणा
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने चक्रवात के कारण हुई घटनाओं में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए चार लाख रुपये की वित्तीय सहायता राशि की घोषणा की है। उन्होंने चक्रवात से पैदा हुए हालात का चेन्नई में जायजा लिया। भारतीय नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल मिलकर इस संकट की घड़ी में लोगों को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। वहीं सेना ने बचाव के बारे में जारी एक चेतावनी के बाद जापान के मालवाहक जहाज एम वी एनर्जी ऑर्फ़ियस ने 60 लोगों को बचाया है।