चक्रवात 'फानी' पर सियासत गर्म , TMC ने पीएम मोदी पर लगाए गंभीर आरोप
कोलकाता। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में आए चक्रवाती तूफान 'फानी' का खतरा अब टल चुका है लेकिन इस मुद्दे पर अब जमकर सियासत शुरू हो गई है, तृणमूल कांग्रेस ने चक्रवात 'फानी' के चलते जमीनी हालात की जानकारी लेने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बजाय पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से बात करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है, पार्टी का कहना है कि पीएम मोदी देश के संघीय ढांचे का सम्मान नहीं करते हैं।
TMC ने पीएम मोदी पर लगाए गंभीर आरो
पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कह कि यह संघीय ढांचे पर हमला है, राज्यपाल को फोन करके उन्होंने बीजेपी के नेता के रूप में कार्य किया है और देश के प्रधानमंत्री के रूप में नहीं है, प्रधानमंत्री ने जमीनी हकीकत जानने के लिए राज्यपाल को फोन किया था, इससे हमें कोई समस्या नहीं है लेकिन केवल मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार के अधिकारी ही उन्हें जमीनी स्तर की असली तस्वीर बता सकते हैं लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, जो कि सरासर गलत है।
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'फानी' हुआ कमजोर, पटरी पर लौटी जिंदगी
गौरतलब है कि 'फानी' पड़ोसी बांग्लादेश में प्रवेश करने से पहले ही कमजोर हो चुका था, कोलकाता हवाई अड्डे पर कल सुबह नौ बजकर 57 मिनट से ही विमानों का परिचालन बहाल है, सियालदह और हावड़ा स्टेशनों पर ट्रेनों सेवाएं सामान्य हो चुकी है और जन जीवन फिर से पटरी पर आ गया है।
संयुक्त राष्ट्रसंघ ने की भारतीय मौसम विभाग की तारीफ
वैसे आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्रसंघ (United Nations) UN ने तूफान 'फानी' (Cyclone Fani) के बारे में सटीक अनुमान लगाने के लिए भारत के मौसम विभाग की तारीफ भी की है। यूएन की आपदा प्रबंधन समिति की ओर से कहा गया है कि तूफान के पहले दी गई वॉर्निंग्स या अलर्ट की वजह से अथॉरिटीज ने एक सही इवैक्यूएशन प्लान बना सकीं और लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जा सकीं।
20 वर्षों में भारत में दस्तक देने वाला सबसे भयानक तूफान था 'फानी'
गौरतलब है कि फानी, पुरी के तट से शुक्रवार सुबह आठ बजे पहुंचा था, इस दौरान 250 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं और तेज बारिश हो रही थीं। यह तूफान 20 वर्षों में भारत में दस्तक देने वाला सबसे भयानक तूफान था, अब तक इस तूफान की वजह से 12 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि ज्यादा आर्थिक नुकसान नहीं हुआ है।
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