थाने से कॉल कर पहले बिजनेसमैन को डराया, फिर फोन हैक कर अकाउंट से उड़ा दिए लाखों रुपए
नई दिल्ली। साइबर ठग लोगों को अपने चुंगल में फंसाने के लिए रोज नए-नए तरीके अपना रहे है। अब साइबर ठग ऐप के जरिए लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। स्मार्टफोन के दौर में लोग अपनी सुविधाओं के लिए ऐप इंस्टॉल करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि, ये ऐप आपके लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं। ऐसा ही एक मामला दिल्ली से सटे गाजियाबाद से सामने आया है। शिप्रा कृष्णा विस्टा सोसायटी में रहने वाले केमिकल कारोबारी अमित अग्रवाल को 19 सितंबर को एक फोन कॉल आती है। उन्हें बताया कि ये फोन कनॉट प्लेस के पुलिस स्टेशन से है।
लोगों को फोन कर अश्लील कॉल और पैसों की मांग की जा रही है
उन्हें फोन पर बताया जाता है कि उनके नंबर से दिल्ली में रहने वाले लोगों को फोन कर परेशान किया जा रहा है, जिसकी थाने में शिकायत आई है। एनबीटी में छपी खबर के मुताबिक, 20 सितंबर को एयरटेल कंपनी की ओर से ठगों ने उनके पास फोन किया और बताया कि कंपनी के पास कई पुलिस थानों से नंबर की शिकायत आई है। कहा गया, 'आपके नंबर से लोगों को फोन कर अश्लील कॉल और पैसों की मांग की जा रही है। उनकी सिम का क्लोन बना लिया गया है।
मोबाइल पर इंस्टॉल कराया ऐप
लगातार दूसरे दिन उन्हें ऐसी शिकायत मिलने के बाद अमित को विश्वास हो गया कि, किसी ने उनके नंबर का क्लोन तैयार कर लिया है। जिसके बाद एयरटेल का कर्मचारी बनकर बात कर शख्स ने उन्हें अपनी बातों में फंसाकर एक ऐप डाउनलोड कराने के लिए राजी कर लिया। उन्हें ठगों की ओर से एक मेल आया। जिसमें एक ऐप का लिंक दिया गया था। उन्होंने उस लिंक पर क्लिक किया तो उनके मोबाइल में 'डॉट सिक्यॉर' नाम की एक ऐप इंस्टॉल हो गया।
क्रेडिट कार्ड से निकाले लगभग तीन लाख रुपए
ऐप डाउनलोड करते ही फोन के सभी मेसेज उस ऐप्लिकेशन में खुलने लगे। जिसके बाद उनके मोबाइल पर 24 घंटे के लिए ना तो कोई फोन पर कॉल आई और ना गई। जिसके बाद देर रात ठगों ने उनके क्रेडिट कार्ड से 2.95 लाख रुपये निकाल लिए। उन्हें इसकी जानकारी उनके मेल पर आए क्रेडिट कार्ड के स्टेटमेंट से मिली। इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी कनॉट प्लेस के थाने में दी । जहां पर पुलिसकर्मियों ने ऐसा किसी भी कॉल से इंकार कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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