अंबिका सोनी की चिट्ठी लिखने वाले नेताओं पर कार्रवाई की मांग, आनंद शर्मा ने कहा- नहीं तोड़ा अनुशासन
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने पार्टी नेतृत्व को लेकर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले नेताओं पर कार्रवाई की मांग की है। एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनी ने कहा कि चिट्ठी लिखने वाले नेताओं पर पार्टी के संविधान के हिसाब से कार्रवाई की जानी चाहिए। इस पर गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने कहा कि उन्होंने कोई अनुशासन नहीं तोड़ा बल्कि पार्टी की हदों में रहते हुए अपनी बात रखी है। फिर भी अगर लगता है कि गलत किया गया है तो एक्शन लिया जाए, उन्हें एतराज नहीं है।
Recommended Video
कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखने वाले नेताओं ने CWC बैठक कहा है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी का उन्होंने विरोध नहीं किया है। इन नेताओं के नेतृत्व पर उनका विश्वास है। पार्टी संगठन की बेहतरी के लिए कुछ बदलाव की मांग करते उनकी ओर से चिट्ठी लिखी गई है, इसें राहुल या सोनिया के खिलाफ कुछ नहीं है। गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल समेत 23 कांग्रेस नेताओं ने हाल ही में चिट्ठी लिखकर कांग्रेस नेतृत्व पर कुछ सवाल उठाए हैं। जिसके बाद सोनिया गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा की पेशकश की है। सोनिया गांधी के इस्तीफे की पेशकश के बाद आज कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हुई।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बीच ही इस तरह की खबरें सामने आईं कि राहुल ने पार्टी नेतृत्व को लेकर चिट्ठी लिखने वाले नेताओं की भाजपा से मिलीभगत होने की बात कही है। इसके बाद आजाद और सिब्बल ने इस पर एतराज किया। हालांकि बाग में आजाद, सिब्बल और पार्टी प्रवक्ता की ओर से कहा गया कि राहुल गांधी ने ना तो कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के दौरान और ना बाहर ही इस तरह की कोई बात कही है। इस तरह की बात एकदम गलत है। हांलाकि इसको लेकर अभी भी कई तरह की बातें लगातार हो रही हैं। ये भी बताया जा रहा है कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान गुलाम नबी आजाद की ओर से चिट्ठी लिखने को लेकर दी गई सफाई पर प्रियंका गांधी ने भी सवाल उठाए। प्रियंका गांधी ने आजाद से कहा है कि आप जो बातें अब कर रहे हैं और जो बातें आपने चिट्ठी में लिखी हैं, वो अलग हैं।
ये भी पढ़ें- ओवैसी का गुलाम नबी आजाद पर वार, बोले- 45 साल की गुलामी के बाद ये मिला