वैक्सीन की किल्लत होगी खत्म, अगस्त तक कोवैक्सीन की उत्पादन क्षमता में 7 गुना हो सकती है बढ़ोतरी
नई दिल्ली, 12 मई। कोरोना वायरस के खिलाफ जारी टीकाकरण अभियान में आ रही वैक्सीन की कमी को लेकर एक राहत की खबर सामने आई है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि कोवैक्सीन वैक्सीन की वर्तमान उत्पादन क्षमता के मुकाबले मई-जून 2021 तक यह दोगुनी हो जाएगी। इसके बाद जुलाई-अगस्त 2021 तक वैक्सीन की उत्पादन क्षमता को करीब 6-7 गुना तक बढ़ा लिया जाएगा। बता दें कि कई राज्य लगातार वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र से गुहार लगा रहे थे, यह खबर से जरूर सभी को राहत देने वाली है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि देश में वैक्सीन उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार लगातार नए उपाय कर रही है। इसी क्रम में भारत सरकार की तरफ से कोवैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक को उसके बेंगलुरु प्लांट के लिए 65 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। सरकार द्वारा वैक्सीन उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के लिए 3 सार्वजनिक क्षेत्रों की कंपनियों का भी समर्थन किया जा रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय उम्मीद जताई है कि सितंबर 2021 तक कोवैक्सीन वैक्सीन की लगभग 10 करोड़ खुराक का उत्पादन किया जाने लगेगा।
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कोवैक्सीन
का
उत्पादन
बुलंदशहर
में
जल्द
होगा
शुरू
बता
दें
कि
वैक्सीनेशन
की
रफ्तार
बढ़ाने
के
लिए
केंद्र
सरकार
ने
कोवैक्सीन
के
निर्माण
की
अनुमति
कुछ
और
सरकारी
व
निजी
कंपनियों
को
दे
दी
है।
जिसके
तहत
अब
बुलंदशहर
जिले
में
भी
को-वैक्सीन
का
उत्पादन
जल्द
शुरू
हो
जाएगा।
जानकारी
के
मुताबिक,
स्वास्थ्य
मंत्रालय
ने
को-वैक्सीन
के
उत्पादन
के
लिए
30
करोड़
रुपए
का
बजट
भी
स्वीकृत
कर
दिया
है।
बता
दें
कि
बुलंदशहर
के
चोला
क्षेत्र
में
भारत
इम्यूनोजिकल
एंड
बायोलॉजिकल
लिमिटेड
(बिबकोल)
स्थित
है।
इस
कंपनी
में
अभी
तक
पोलिया
वैक्सीन
बनाई
जाती
है।
अब
इसमें
केंद्र
सरकार
ने
कोवैक्सीन
बनाने
की
अनुमति
प्रदान
कर
दी
है।