सुरक्षाबलों में मतभेद की अफवाह पर CRPF ने कहा - वर्दी का रंग अलग सही, दिलों में तिरंगा है
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लागातार बढ़ रहा है। पाकिस्तान लगातार कश्मीर में गोलीबारी की अफवाह फैला रहा है। वहीं भारत का साफ कहना है कि न तो भारत के सुरक्षा बलों की तरफ से एक भी गोली चलाई गई है और न ही किसी के हताहत होने की कोई खबर है। पाकिस्तान के एक पत्रकार ने भारतीय सुरक्षाबलों में मतभेद को लेकर ट्वीट किया तो सीआरपीएफ ने उसका करारा जवाब दिया।
'सुरक्षा बलों के बीच मतभेद'
पाकिस्तान के एक पत्रकार ने ट्वीट कर कहा कि कश्मीर में तैनात भारतीय सुरक्षा बलों के बीच मतभेद उभरकर आ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि एक कश्मीरी पुलिसकर्मी ने सीआरपीएफ के पांच जवानों को गोली मार दी क्योंकि उन्होंने एक गर्भवती महिला को कर्फ्यू पास न होने की वजह से जाने से रोक दिया था।
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सीआरपीएफ ने किया खंडन
सीआरपीएफ ने तुरंत इन खबरों का खंडन किया। सीरपीएफ ने ट्वीट करते हुए कहा कि इस ट्वीट की दुर्भावनापूर्ण सामग्री पूरी तरह निराधार और सच्चाई से परे है। हमेशा की तरह भारत के सभी सुरक्षाबल समन्वय और सद्भाव से काम कर रहे हैं। भले ही हमारी वर्दी के रंग अलग-अलग हों, लेकिन देशभक्ति और तिरंगा हमारे दिलों में बसता है।
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जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी किया खंडन
जम्मू-कश्मीर पुलिस के कश्मीर जोन ने भी ट्वीट कर इसका खंडन किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्विटर से इस पर कार्रवाई करने को कहा है। इसके अलावा इस पत्रकार के ट्वीट पर जवाब देते हुए प्रसार भारती ने कहा कि कश्मीर में फायरिंग और कुछ लोगों मरने/घायल होने की अफवाहें सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही हैं। इन रिपोर्ट्स को पूरी तरह नकारा जाता है। राज्य में फायरिंग की कोई भी घटना नहीं हुई है। न तो सुरक्षा बलों द्वारा एक भी गोली चलाई गई और न ही कोई हताहत हुआ है।
पाक को नहीं मिल रहा है समर्थन
गौरतलब है कि अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर पाकिस्तान को किसी भी मोर्चे पर सफलता नहीं मिल रही है। अमेरिका, रूस जैसे देशों ने इसे भारत का आंतरिक मामला बताया है। इसी बौखलाहट में पाकिस्तान कश्मीर में हिंसा की झूठी खबरें फैलाने से भी बाज नहीं आ रहा है। उसने कूटनीतिक स्तर पर कई बड़े फैसले भारत के खिलाफ लिए हैं।
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