नोटबंदी के बाद चला था कालेधन को सफेद करने का खेल, 2 लाख कंपनियों पर गाज
खुलासा हुआ है कि कई कंपनियों के 100-100 खाते थे। कुल 2,09,032 कंपनियों पर संदिग्ध गतिविधि की जानकारी के बाद रोक लगा दी गई है
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नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद बनाने के बड़े खेल का खुलासा हुआ है। इस खेल में 13 बैंकों की संलिप्तता का भी खुलासा हुआ है। केंद्र सरकार को मिली जानकारी के मुताबिक फर्जी कंपनियों के जरिए कालेधन को सफेद बनाने की कोशिश होती थी, जिसके बाद 2 लाख से ज्यादा कंपनियों पर रोक लगा दी गई है।
खुलासा हुआ है कि कई कंपनियों के 100-100 खाते थे। कुल 2,09,032 कंपनियों पर संदिग्ध गतिविधि की जानकारी के बाद रोक लगा दी गई है। इनमें से एक कंपनी के करीब 2134 खाते थे। नोटबंदी के बाद इन फर्जी कंपनियों ने करीब 4573.87 करोड़ रुपए की लेन देन की थी।
आपको बता दें कि मोदी सरकार शेल कंपनियों पर लगातार शिकंजा कस रही है। इससे पहले सरकार ने कहा था कि वह शेल कंपनियों से संबंध रखने वाले 4.5 लाख डायरेक्टर्स को अयोग्य करार दे सकती है। केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी ने कहा है कि कालेधन के खिलाफ सरकार की लड़ाई जारी रहेगी। कॉरपोरेट मामलों के मंत्री पीपी चौधरी ने कहा कि वैध कंपनियों को इस प्रक्रिया से कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जो कंपनियां नियमों के विरुद्ध काम कर रही हैं,उनकी वजह से ही अन्य कंपनियों को परेशानी हो रही है।
केंद्र सरकार इससे पहले सितंबर महीने में 2.17 लाख से भी ज्यादा कंपनियों के नाम रिकॉर्ड से हटा चुकी है यह वो कंपनियां थीं, जो पिछले काफी समय से कारोबार नहीं कर रही थीं।
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